देहरादून: राज्य में रोजाना कुछ ना कुछ ऐसा होता है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता है। रविवार को वन आरक्षी की परीक्षा थी। पेपर खत्म होने के बाद परीक्षा भवन की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और विवाद पैदा हो गया है। इन सभी को बीच रविवार को कुछ ऐसा भी हुआ है जो लोगों को प्रेरित कर रहा है। बेटी ने अपनी शादी वाले दिन पहले वन आरक्षी की परीक्षा दी उसके बाद शादी की। मामला बागेश्वर का है। नदीगांव में रहने वाली आशा ने उस सोच पर भी वार कर दिया जो कहती है कि पहाड़ की बेटियों की जिंदगी खेत, गांव और घर के आंगन तक सिमटी रहना चाहिए।
आशा के लिए पेपर और शादी दोनों महत्वपूर्ण था। पेपर के लिए उसने सालों से मेहनत की थी और दूसरी ओर उसकी जिंदगी का नया अध्याय शुरू हो रहा था। रविवार को खोली गांव के रहने वाले प्रकाश और आशा की शादी थी। शादी की तैयारियों में जुटे परिवार वालों ने आशा को पेपर छोड़ने के लिए कहा लेकिन उसने इनकार कर दिया। वह बारात की तैयारी छोड़ी और सुबह साढ़े नौ बजे वन आरक्षी का पेपर देने सेंटर पहुंच गई। लिखित परीक्षा दोपहर एक बजे थी।
बारात घर पहुंच गई थी तो बारातियों को पता चला कि दुल्हन पेपर देने गई हुई है। आशा पेपर देने के बाद तुरंत घर पहुंची और दुल्हन का जोड़ा पहन लिया। बारातियों ने कुछ देर तक इंतजार भी किया लेकिन इस दुल्हन की सोच से प्रभावित हो गए थे। इसके बाद आशा मंडप पर बैठी और शादी विधि-विधान के साथ संपन्न हुई। पूरे गांव में केवल एक ही बात हो रही थी कि आशा ने पहले खुद से किया वादा भी निभाया और साथ ही परिवार की लाज भी रख ली। जिंदगी की असली परीक्षा में वह नतीजा आने से पहले ही सफल हो गई है।