देहरादूनः उत्तराखंड के पौड़ी जिले में जिंदा जलाए जाने वाली छात्रा ने इलाज के दौरान शनिवार रात को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं छात्रा की मौत के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार, छात्रा को इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती करवाया गया था, जहां पर डॉक्टरों ने छात्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया था। छात्रा को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल ले जाया गया, जहां पर 6 डॉक्टरों की टीम छात्रा का इलाज कर रही थी। इसी बीच शनिवार रात को 7 दिनों से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही छात्रा ने दम तोड़ दिया। बता दें कि पिछले रविवार को पौड़ी जिले में एक सिरफिरे युवक के द्वारा परीक्षा देकर लौट रही छात्रा के छेड़छाड़ की गई। छात्रा के द्वारा छेड़छाड़ का विरोध करने पर युवक ने छात्रा पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को बयान दिया था कि वह अपने आप को जलाने की कोशिश कर रहा था और उसी बीच युवती बीच में आ गई। वहीं ये भी सामने आया था कि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद पीडित की मां को कॉल कर धमकी दी थी।मनोज ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। किसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी। वह खुद को जलाने जा रहा था लेकिन गलती से लड़की भी आग की चपेट में आ गई और पूरी झुलस गई।