देहरादून: विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाली टीम उत्तराखण्ड ने हजारों क्रिकेट फैंस का दिल जीता। उत्तराखण्ड टीम शानदार खेल के बाद भी नॉक आउट में पहुंचने पर नाकाम रही। बता दें कि प्लेट ग्रुप से केवल एक ही टीम को विजय हजारे ट्रॉफी के मैंन ग्रुप में क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करना था। प्लेट ग्रुप में बिहार और उत्तराखंड ने लीग चरण में आठ-आठ मुकाबले खेले।
दोनों ही टीमों ने अपने सात-सात मुकाबले जीते। परन्तु बिहार का एक मुकाबला रद्द हो जाने के चलते उनको दो अंक मिले। जिसके कारण बिहार को आठ में से सात मैच जीतने के बाद कुल 30 अंक मिले। जबकि उत्तराखंड की टीम को आठ में से सात मैच जीतने के बाद कुल 28 अंक मिले। उत्तराखण्ड की टीम अपने पहले मुकाबले में बिहार से हार गई थी। इस कारण बिहार की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही।
पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट खेलने उतरी टीम उत्तराखण्ड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया। इसके अलावा टूर्नामेंट में कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। उत्तराखंड की टीम मंगलवार को वापस देहरादून पहुंची। पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर लौट रही टीम उत्तराखण्ड का क्रिकेट प्रेमियों द्वारा जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने पर जबरदस्त स्वागत किया गया।जौलीग्राट एयरपोर्ट पहुंचने पर उत्तराखंड क्रिकेट कंसेंसस कमेटी के सदस्य महिम वर्मा व अन्य खेल प्रेमियों ने टीम का स्वागत किया। दिल्ली से लौट रहे खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने भी एयरपोर्ट पर खिलाड़ियों का स्वागत किया।
उत्तराखण्ड के करणवीर कौशल ने इतिहास रचा। उन्होंने 135 रनों में सिक्किम के खिलाफ शानदार 202 रनों की पारी खेली। वो भारत के पहले खिलाड़ी बनें जिन्होंने विजय हजारे में दोहरा शतक जमाया है उन्होंने 8 मैचों में 3 शतक लगाए। वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज सौरभ रावत ने 5 पारियों में तीन फिफ्टी जमाई। उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से बताया कि वो घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने का दम रखते हैं। पहले मैच में मिली हार के बाद टीम उत्तराखण्ड ने लगातार 7 मुकाबलों में विरोधियों को धूल चटाई और छा गई।