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अंडर-19 में शानदार प्रदर्शन का अंकित को मिला इनाम, रणजी के लिए आया बुलावा


हल्द्वानी: सपनें अगर देखें हैं तो उन्हें पूरा करने के लिए परिश्रम भी करना चाहिए। मिले मौके को दोनो हाथों से भुनाना चाहिए। सपने सच करने का मौका बार-बार नहीं मिलता है। उत्तराखण्ड अंडर-19 टीम के लिए कूच बिहार ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज अंकित मनोरी को रणजी ट्रॉफी के लिए बुलावा आया है। उत्तराखण्ड को रणजी ट्रॉफी में अपना आखिरी मुकाबला महाराष्ट्र के खिलाफ उडीसा में 12 फरवरी से 15 फरवरी तक खेलना है। अंकित का कूच बिहार में शानदार रहा था। 9 मुकाबलों में अंकित ने 46 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने 5 बार एक पारी में 5 व पांच से ज्यादा विकेट अपनी झोली में डाले। इस सीजन में कई बार उत्तराखण्ड टीम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई लेकिन अंकित की गेंदबाजी में उत्तराखण्ड की मैच में उत्तराखण्ड की वापसी करा दी। अंकित की गेंदबाजी ने सभी को प्रभावित किया और शायद इसलिए सीएयू उन्हें अंतिम मुकाबले में जगह देकर शानदार प्रदर्शन का इनाम देना चाहता है।

उत्तराखण्ड टीम ने कूच बिहार ट्रॉफी में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। पूरे टूर्नामेंट में टीम ने 9 में से 6 मुकाबले जीते। देहरादून के रहने वाले अंकित ने 5 साल पहले क्रिकेट खेलना शुरू किया था। अंकित के पिता दया राम मनोरी व्यापारी हैं और मां गायत्री देवी हाउस वाइफ हैं।

देहरादून स्थित निंबस क्रिकेस एकेडमी में अभ्यास करने वाले अंकित के खेल ने सभी को अपना मुरीद बनाया है| अंकित के कोच मोहन गुसाई व निंबस क्रिकेट एकेडमी के रवि नेगी ,उपेंद्र रावत और वैभव जोशी ने उनके प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अंकित दवाब में निखरना जानता है और यही उसकी सबसे बड़ी ताकत हैं। अंकित के अलावा टीम में गौरव चौधरी, अखिल रावत और कमल कन्याल को जगह दी गई है। बात उत्तराखण्ड सीनियर टीम की करें तो इस सीजन में उत्तराखण्ड की टीम को 8 में से 6 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। टीम के खराब प्रदर्शन पर सभी सवाल खड़े कर रहे हैं।टीम से कई सीनियर खिलाड़ियों की छुट्टी भी की गई है और युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है।

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