नई दिल्ली: प्यार अंधा होता है, यह बात तो हम सब जानते ही हैं। इसी प्यार के अंधेपन में पड़कर लोग जीवन में अक्सर अजीबोगरीब कदम उठा लेते हैं। कुछ लोग जान दे देते हैं तो कुछ लोग जान ले भी लेते हैं। अब इसी दौड़ में कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो चाहते तो अपने पार्टनर का भला करना हैं लेकिन अपनी होशियारी के चलते पार्टनर के साथ-साथ स्वयं का भी नुकसान कर बैठते हैं। गुजरात के सुरत की एक यूनिवर्सिटी से ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है।
सुरत के वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनवर्सिटी (VNSGU) का यह मामला जहां 24 वर्षीय एक युवती अपने प्रेमी युवक के बदले बीकॉम तृतीय वर्ष की परीक्षा देने पहुंच जाती है। जहां वह कुछ देर तो एग्जाम हॉल में बैठने पर सफल होती है लेकिन एक अन्य छात्रा के शिकायत करने पर वह पकड़ी जाती है। पकड़ने जाने पर युवती ने जांच कमेटी को बताया कि उसके बायफ्रेंड ने कम तैयारी के डर से परीक्षा नहीं देने का मन बनाया और छुट्टीयां मनाने उत्तराखंड चला गया।
साजिश के बारे में पूछने पर युवती का कहना था कि पहले उसने एग्जाम हॉल से अपने प्रेमी का टिकट हासिल किया, फिर उसमें नाम में थोड़ा सा बदलाव कर और अपनी फोटो चिपका एग्जाम देने पहुंच गई। क्योंकि एग्जाम हॉल में सुपरवाइजर की ड्यूटी समय समय पर बदलती रहती है और वो व्यक्तिगत रूप से हर एक छात्र को नहीं पहचानते हैं इसलिए वह शुरुआत में तो बचती रही लेकिन फिर एक अन्य छात्रा के शिकायत करने पर पकड़ी गई।
गौरतलब है कि युवती उसी यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रा भी है और वर्तमान में सरकारी नौकरी करती है। बातचीत के दौरान यूनिवर्सिटी की निष्पक्ष मूल्यांकन और परामर्शदात्री दल (FACT) की संयोजक स्नेहल जोशी ने बताया कि सजा के तौर पर डमी कैंडिडेट बनी युवती की डिग्री रद्द हो सकती है और उसे अपनी नौकरी से भी हाथ गवाना पड़ सकता है। साथ ही असली छात्र के भी तीन साल के परीक्षा परिणाम अवैध घोषित किए जाने के अलावा उसे अगले तीन साल तक परीक्षा में बैठने की भी मनाही होगी।