हल्द्वानी: कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद हल्द्वानी से चलने वाली वॉल्वो बसों को यात्री नहीं मिल रहे हैं। जिन वॉल्वो बसों के लिए यात्रियों को एडवांस बुकिंग करनी पड़ती थी वह अब उससे मुंह फेर रहे हैं। हालांकि बसों का संचालन अभी हो रहा है। यात्रियों के नहीं मिलने से निगम को रोजाना 78 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोरोना वायरस के चलते निगम को लगातार नुकसान हो रहा है।
यह भी पढ़ें: भीमताल रोड में स्थित चिल्ड्रन पार्क बनेगा हाईटेक, बच्चों को मिलेगी यह सुविधाएं
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड:व्यापारी से रिश्वत लेना पड़ा महंगा,अधिकारी सस्पेंड,वीडियो कार्यालय पहुंची
काठगोदाम डिपो से 13 वॉल्वो बसे चलती थी लेकिन यात्री नहीं मिलने से 6 से ज्यादा बसों के संचालन को रोकना का फैसला लिया गया है। हल्द्वानी से दिल्ली और देहरादून के लिए सबसे ज्यादा वॉल्वो बसों का संचालन होता था, मौजूदा वक्त में कई बार बसों को स्टेशन से डिपो वापस लौटना पड़ रहा है। कभी यात्री मिलते हैं तो उनकी संख्या खर्चा भी नहीं निकाल पा रही है। यह सभी बसें अनुबंधित हैं और किलोमीटर के हिसाब से इनका भुगतान मालिक को निगम की ओर से किया जाता है।
देहरादून में भी हालात अच्छे नहीं हैं
हल्द्वानी के अलावा देहरादून में भी वॉल्वो बसें यात्रियों के लिए तरस रही हैं। एक महीने पहले देहरादून-लखनऊ वाल्वो बस सेवा शुरू की गई थी लेकिन यात्री नहीं मिलने से सेवा को कैंसल करने का फैसला लिया गया है।लखनऊ के लिए उत्तराखंड की महज एक साधारण सेवा संचालित की जा रही है।
पिछले दिनों पांच वॉल्वो व जनरथ बस को रोडवेज प्रबंधन ने यात्रियों के नहीं मिलने से मार्ग से हटा दिया था और इनका संचालन 31 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया था। इनमें दिल्ली की चार जबकि गुरुग्राम की एक बस शामिल थी। मौजूदा समय में दिल्ली के लिए पहली वाल्वो बस रोजाना सुबह छह बजे, दूसरी वॉल्वो दोपहर एक बजे जबकि तीसरी बस रात 11 बजे रवाना हो रही। इससे पहले दिल्ली के लिए दस वाल्वो बसें चल रही थीं। इनमें सात बसों को कैंसल कर दिया गया है।