नई दिल्ली। बाबा रामदेव की पतंजलि किसी भी कंपनी से पीछे नही है। देश में मौजूद लगभग सभी वस्तुओं में पतंजलि की हिस्सेदारी है। पिछले कुछ समय में पतंजलि के प्रोडक्ट की लोकप्रियता में भी बढ़ोतरी हुई है। पतंजलि की टीम एक अनुभवी व्यापार कंपनी की तरह बाजार को अपनी ओर खिचना चाहती है। इसी बीच नागपुर में फूड एंड हर्बल पार्क के उद्घाटन के मौके पर बाबा रामदेव ने कहा कि स्वदेशी जींस को लांच करने की बात कही। उन्होंने कहा कि साल के अंत तक या अगले साल जींस को लॉन्च कर दिया जाएगा।
योग गुरु रामदेव ने कहा कि पतंजलि की लोकप्रियता देश में काफी है और विदेशी कंपनियों को टक्कर देने के लिए समूह जल्द ही जींस लांच करेगी। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में भी पतंजलि काफी लोकप्रिय है। बाबा रामदेव ने कहा कि युवाओं की तरफ से अच्छी मांग है और इसीलिए पतंजलि ने विदेशी ब्रांड से टक्कर लेने के लिए स्वदेशी जींस लांच करने का फैसला किया है।
बाबा रामदेव ने कहा कि समूह रोजमर्रा के उत्पादों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में संभावना खोजने को तैयार है और भविष्य में पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में भी दस्तक दे सकता है। रामदेव ने कहा कि ‘हमने पहले ही नेपाल और बांग्लादेश में इकाइयां लगाई है और हमारे उत्पाद पश्चिम एशिया तक पहुंच चुके हैं तथा सउदी अरब समेत कुछ देशों में हमारे प्रोडक्ट को खासी लोकप्रियता हासिल हुई हैं। उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य गरीब देशों पर ध्यान देने का होना चाहिए क्योंकि उन देशों से लाभ का उपयोग वहां विकास कार्यो में किया जा सकता है।’
रामदेव ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रवेश राजनीतिक स्थिति पर निर्भर करता है और अगर स्थिति राजनीतिक रूप से सही रही तो वहां इकाइयां लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि पतंजलि के प्रोडक्ट कनाडा तक भी पहुंच रहे हैं। रामदेव ने कहा कि पतंजलि ने अजरबैजान में भी दस्तक दे दिया है जहां कि 90 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है और एक प्रमुख उद्योगपति ने पतंजलि उत्पादों की ओर रूचि दिखायी है।
विस्तार के बिषय में बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि समूह नागपुर के मिहान में 40 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में अपनी सबसे बड़ी इकाई लगा रहा है जो हरिद्वार में मौजूद उसकी पहली इकाई से भी बड़ी होगी। शहर में कुल निवेश 1,000 करोड़ रुपये किया जाएगा और इससे महाराष्ट्र में 10,000 से 15,000 युवाओं को रोजगार मिलने के अवसर होंगे।बाबा ने कहा कि सेज से सटे एक निर्यात इकाई लगायी जाएगी क्योंकि नागपुर बेहतर संपर्क उपलब्ध कराता है। पंतजलि मध्य प्रदेश, असम, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक में बड़ी इकाइयां लगने के प्रयास में है।
रामदेव ने कहा, ‘रोजमर्रा के उपयोग वाली वस्तु खंड में हमारा 50 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य है।’ उन्होंने कहा कि पतंजलि गुणवत्तापूर्ण उत्पाद पेश करने को लेकर प्रतिबद्ध है और अनुसंधान एवं विकास इकाइयां लगायी है जहां करीब 200 वैज्ञानिक काम कर रहे हैं। इससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर अनुसंधान एवं विकास के साथ उत्पाद लाने का दबाव बढ़ा है।