लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ के एक्शन खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे है। सत्ता संभालते ही सीएम योगी रोज़ कोई ना कोई फैसला ले रहे है। योगी ने अब देश के युवाओं को सुना है जो आरक्षण के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे।आरक्षण पर मुख्यमंत्री योगी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए निजी मेडिकल कॉलेजों के परास्नातक कोर्स में से एससी, एसटी और ओबीसी का कोटा समाप्त करने का आदेश पारित कर दिया है। बता दे कि निजी कॉलेजों में आरक्षण को मुलायम सिंह यादव ने 2006 में अपनी सरकार के वक्त लागू किया था।। यह कोटा स्नातक और परास्नातक दोनों ही कोर्सों के लिए समान रूप से लागू किया गया था। प्रदेश के बड़े राजनीतिक दल सपा और बसपा की इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
योगी सरकार के इस फैसले से एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों में काफी गुस्सा है और इस मुद्दे पर वह योगी सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएँगे। गौरतलब है कि एक से अधिक मौकों पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एससी-एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण के खिलाफ वक्तव्य दिया था।ये पहली बार है जब किसी ने आरक्षण के खिलाफ कोई कदम उठाया हो। सोशल मीडिया में योगी के इस कदम की युवा काफी तारीफ कर रहे है। उनके अनुसार भारत का युवा अपने बल में सफलता पा सकता है। उसे किसी भी आरक्षण की जरूरत नहीं है। वही योगी जी कार्यशैली पर भी पूरे देश की नजरें टिकी रहने लगी है। वो अपने एजेंडे सबका साथ सबका विकास के मार्ग पर ही चलते दिखाई दे रहे है। शायद सीएम योगी को पता है कि अगर यूपी को पटरी पर लाना है तो कुछ कठोर फैसले लेने की जरूत है जो कुछ दिन तक लोगों को खटक सकते है लेकिन वही फैसले यूपी की विकास एक नयाब गति देंगे।
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