नई दिल्ली– बीजेपी ने उत्तराखंड में करिश्माई प्रदर्शन करते हुए 70 में से 57 सीटें हासिल की जबकि पिछले बार 2012 में उससे एक सीट अधिक जीतने वाली कांग्रेस 11 सीट पर आकर सिमट गयी है.और इस सत्ता विरोधी लहर में खुद सीएम हरीश रावत दोनों सीट हार गए हैं. लेकिन नतीजों के बाद सब ये ही कयास लगा रहे थे कि राज्य का अगला सीएम कौन होगा?और राज्य के 9 मुख्यमंत्री होने का गौरव मिला है अमित शाह के करीबी त्रिवेंद्र सिंह रावत को. जिसकी औपचारिक घोषणा आज देहरादून में विधायक दल की बैठक के बाद तय हो जाएगी. इस बैठक में निवार्चित विधायकों के साथ पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, संगठन सचिव सरोज पांडे,चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और राज्य के प्रभारी श्याम जाजू मौजूद होंगे.जो इस फैसले पर विधायकों को राजी करेंगे।
आइए हम आपको उनके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते बताते हैं.
1-त्रिवेंद्र सिंह रावत आरएसएस की पृष्ठभूमि से आते हैं .उन्होंने 1983 से 2002 तक उत्तराखंड क्षेत्र में प्रचारक के रुप मे किया और फिर उत्तराखंड बनने के बाद भी ये ज़िम्मेदारी संभाली
2-त्रिवेंद सिंह रावत इस समय झारखंड के राज्य प्रभारी हैं. जिनकी अगुवाई में झारखंड में बीजेपी की सरकार बनी थी
3-2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अमित शाह के मिलकर चुनाव की जिम्मेदारी संभाली और 73 सीटें बीजेपी गठबंधन को दिलाई जिसके बाद वो शाह के बेहद करीबी भी बन गए
4-त्रिवेंद सिंह रावत डोईवाला विधानसभा से तीसरी बार जीतकर आए हैं.
5-त्रिवेंद सिंह रावत ने इतिहास से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा भी किया है
हालांकि त्रिवेंद्र सिंह रावत पर 2007 में कृषि मंत्री रहते हुए बीज घोटाले का आरोप है जिसकी जांच नैनीताल हाईकोर्ट में चल रही है. एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कांग्रेस ने उन्हें इस मामले में जानबूझकर फंसाया है जिसकी जांच में अब तक कुछ भी साबित नहीं हुआ है वो उन सभी लोंगो पर मानहानि का केस करेंगे जिन्होने उनका नाम खराब करने की कोशिश की है. बताया जा रहा है अमित शाह ने दिल्ली में उनसे मुलाकात कर उन्हें सीएम बनने की बधाई दे दी है जिसका ऐलान आज शाम तक होने की उम्मीद है।