कोलकाता- पिछले एक साल से जीत के ट्रैक पर चल रही टीम इंडिया आज कोलकाता में इंग्लैंड का सफाया करने के लिए उतरेंगी। सेनापति विराट कोहली की टीम को केवल जीत ही दिखाई दे रही है। भारतीय टीम ने पिछले दो वनडे में अपने खेल से दिखा दिया है कि अब क्रिकेट में केवल विराट युग का ही राज होगा। पहले वनडे में 351 रनों का लक्ष्य हासिल करना और दूसरे वनडे में 25 रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद भी 382 का स्कोर बनाना “विराट” टीम का परिचय दे रही है। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा वनडे कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेलना है। वो मैदान जहां केवल इतिहास ही बनते है और शायद ही विराट को कप्तानी के तौर पर इतिहास रचने के लिए इससे अच्छी जगह मिल पाती। विराट कोहली ने कप्तान के तौर पर पहली वनडे सीरीज जीत ली है और वो ऐसा करने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बन गए है। विराट से पहले सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने कप्तानी मिलने के बाद पहली वनडे सीरीज जीती थी। ईडन गार्डंस में विराट के पास क्लीन स्वीप कर कप्तान के तौर पर इतिहास करने रचने का मौका है।
भारतीय टीम शानदार लय में दिख रही है लेकिन सलामी बल्लेबाजों का फिका प्रदर्शन कप्तान कोहली को परेशान कर रहा है। चैम्पियन ट्रॉफी में उतरने से पहले विराट को इस टेंशन से दूर होने की जरूरत है। शिखर धवन और केएल राहुल दोनों ही मैचों में फ्लॉप हुए है। भारत सीरीज जीत चुका है तो मुमकिन है कि तीसरे मैच में किसी और खिलाड़ी को ओपनिंग का जिम्मा दिया जाए। ईडन गार्डंस के मैदान में इग्लैंड ने तीन वनडे खेले है उसे तीनों में हार ही मिली है। वही भारत ने 19 वनडे में से 11 में जीत हासिल की है। ईडन गार्डंस की पिच बल्लेबाजो के लिए काफी बढ़िया मानी जाती है। भारत ने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 405 रन बनाए थे जो ईडन गार्डंस का बेस्ट स्कोर है। ईडन गार्डंस का इतिहास भारत के साथ रहा है और जिस तरह का खेल टीम इंडिया दिखा रही है उससे तो फैंस को 3-0 खुली आंखो से दिख रहा है। लेकिन इंग्लैंड ने भी दोनों ही वनडे में शानदार बल्लेबाजी की है और भारत को कड़ी टक्कर दी है । विराट कोहली इस बात को समझते है कि चैम्पियन ट्रॉफी में उतरने से पहले आखिरी वनडे जीतना अहम है और वो मेहमानों को हल्के में बिल्कुल नही लेंगे।