विजसर्जन के दौरान भक्त
सरोवर नगरी नैनीताल मे इस दौरान हजारों भक्तों का जमावडा लगा रहा। करीबन सांय 6 बजे के आस पास माता कि मूर्ति को नैनीझील मे विसर्जन कर दिया गया। भक्तों ने बैंड बाजों के साथ गुलाल उड़ाते हुए माता को विधि विधान से विदाई दी।वही शहर में चल रही रामलीला का भी रावण दहन के साथ समापन किया गया। बुराई पर अच्छाई के विजय के प्रतीक के रूप में रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का भी दहन किया गया।
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