नई दिल्ली:बिहार की राजनीति ने देश की सियासत में हड़कंप मचा दिया है। जो महागठबंधन भाजपा को रोकने के लिए बना था वो 18 महीने बाद ही टूट गया। बिहार सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा जो हालात उत्पन्न हुए है उसमें मेरे लिए काम करना मुश्किल हो गया है। नीतीश कुमार ने ये भी बताया कि उनके इस्तीफ़े को राज्यपाल ने मंज़ूर कर लिया है और अगली व्यवस्था तक उन्हें कार्यभार संभालने को कहा है। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को इस्तीफ़ा देने पर बधाई दी है।
महागठबंधन में नीतीश की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस शामिल थीं। इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने कहा कि जितना संभव हो सका, उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन करने की कोशिश की, लेकिन बीते घटनाक्रम में जो चीजें सामने आईं उसमें काम करना मुश्किल हो गया था। नीतीश ने कहा, “मैंने इन 20 महीनों में जितना हो सका, सरकार चलाने की कोशिश की। लेकिन इस बीच जो हालात बने, जिस तरह की चीजें उभरकर सामने आईं, उसमें काम करना, नेतृत्व करना संभव नहीं रह गया था।” भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव प्रकरण पर नीतीश ने कहा, “हमने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा था, बल्कि उनका पक्ष मांगा था।