हल्द्वानी- नया साल उत्तराखण्ड के लिए खुशखबरी लेकर आया है। उत्तराखण्ड का नाम राष्ट्रीय खेलों में अव्वल ही रहता है। प्रदेश के खिलाड़ियों का जज्बा पूरा देश देखता है और उनके खेल का मुरीद हो जाता है। बैडमिन्टन में लक्ष्य सेन के बाद क्रिकेट जगत से उत्तराखण्ड के लिए खुशखबरी आई है। भारतीय टीम में उत्तराखण्ड के ऋषभ पंत का चयन से प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गआ है।भारतीय और विश्व क्रिकेट में उत्तराखंड के खिलाड़ियों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। ऋषभ पंत से पहले बागेश्वर के मनीश पांडे, अल्मोड़ा के पवन नेगी, एकता बिष्ट, पिथौरागढ़ के उनमुक्त चंद क्रिकेट के जरिए प्रदेश को पहचान दे चुके है। ऋषभ पंत पिथौरागढ़ के मूलवासी है। ऋषभ ने जूनियर वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद उनका चयन आइपीएल सीजन-9 में सबसे युवा खिलाड़ी के रूप में हुआ। इसमें भी उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जो भी मौका मिला, उसे भुनाया और अपने लिए रास्ता तैयार किया। दिल्ली के लिए रणजी मैच खेलने का मौका मिला। बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज शामिल किए गए। उन्होंने फिर से अपनी शानदार बैटिंग का प्रदर्शन किया। रणजी में तिहरा शतक बनाया। इसके अलावा 146, 117 और 135 रन बनाकर तीन शतक ठोका। उन्होंने महज दस रणजी मैचों में 114 चौके और 43 छक्के लगाए। महेंद्र सिंह धौनी को अपना आदर्श मानने वाले ऋषभ का परिवार वर्तमान में हरिद्वार में रहता है। इन सभी खिलाड़ियों के परिश्रम ने उन लोगों के मुंह में तामाचा मारा है जो प्रदेश को खेल से दूर रखने की राजनीति करते है।
आपको बता दे कि 15 जनवरी से भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू हो रही वनडे और टी-20 सीरीज के लिए टीम का ऐलान हो गया है। पिथौरागढ़ के ऋषभ पंत को टी-20 में जगह दी गई है । वही बागेश्वर के मनीश पांडे वनडे और टी-20 सीरीज का हिस्सा है।