हल्द्वानी: भारतीय रिजर्व बैंक ने सहकारी बैंकों में काले धन को सफेद बनाने बात कही थी । इसके साथ ही पुराने 500 और 1000 के नोट स्वीकार न किए जाने के विरोध में सहकारी बैंकों की आल इंडिया एसोसिएशन के निर्देश पर राज्य के 300 सहकारी बैंक शुक्रवार को बंद रहेंगे। राज्य सहकारी बैंक की इंप्लाइज यूनियन और स्टाफ एसोसिएशन हड़ताल में शामिल होंगी। राज्य सहकारी बैंक इम्लाइज यूनियन के महामंत्री केएस चौबे और संगठन मंत्री सूर्यप्रकाश सिंह ने कहा कि आरबीआई ने ही सहकारी बैंकों को बैंक का लाइसेंस दिया है। लेकिन अब उनके बैंकों में जमा पुराने नोटों को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। इस कारण सहकारी बैकों को पूरा कारोबार थम गया है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा दिक्कत किसानों को हो रही है। किसानों को फर्टिलाइजर्स आपूर्ति बंद हो गई है। प्रदेश में करीब 12 लाख किसान हैं।उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों में किसानों का पैसा जमा है। यहां पर त्रिस्तरीय व्यवस्था है। आरबीआई के निर्देश से सहकारी बैंको में कैश की आपूर्ति भी रुक गई है। इसलिए उन्हें मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ रही है।
न्यूज सोर्स- हिन्दुस्तान