नई दिल्ली:भारतीय नागरिक के केस की खोजबीन करते हुए गायब हुई पाकिस्तानी पत्रकार दो साल बाद मिल गई है।
- इस पाकिस्तानी पत्रकार नाम जीनत शहजादी है। उसे सिक्युरिटी फोर्सेज ने ढूंढ निकाला है।
- जीनत 19 अगस्त 2015 में पाकिस्तान में बंद भारतीय इंजीनियर के केस पर काम करने के दौरान वो अचानक गायब हो गई थीं। वह घर से ऑफिस जा रही थी।
- जीनत की उम्र 26 साल है और वह एक फ्रीलांस रिपोर्टर है।
- जीनत मीडिया ग्रुप डेली नई खबर और मेट्रो न्यूज टीवी चैनल के लिए काम करती थीं।
- पाकिस्तान के मिसिंग पर्सन्स कमीशन के प्रमुख जस्टिस (रिटायर्ड) जावेद इकबाल के अनुसार, जीनत को गुरुवार देर रात पाक-अफगानिस्तान बॉर्डर से खोजा गया। उसके विरोधी एजेंसियो ने अगवा कर लिया था।
- जीनत जिस भारतीय इंजीनियर के केस की खोज कर रही थी उसका नाम हामिद अंसारी है।
- हामिद अंसारी मुंबई का रहने वाला है। वह अपनी फेसबुक फ्रेंड से मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते पाक में गैरकानूनी तौर पर दाखिल के आरोप लगे है। मिलिट्री कोर्ट ने हामिद को जासूसी के आरोप में 3 साल के लिए जेल भेज दिया।
- पत्रकार जीनत के भाई ने खुलासा किया है उनकी बहन को इस केस को छोड़ने के लिए काफी दवाब भी बनाया जा रहा था।
- जीनत अंसारी की मां के साथ कॉटेक्ट में भी थी। वह हामिद को बचाने के लिए अपनी जान को भी जोखिम में डाल रही थी और हामिद की मदद करना चाहती थी।
- जीनत के गायब होने के बाद उसके भाई सद्दाम हुसैन ने पिछले साल मार्च में सुसाइड कर लिया था।
- मानवाधिकार कार्यकर्ता बीना सरवर ने बताया कि जीनत को उनके परिवार से मिलाया गया है, हम सभी उनकी रिहाई से बहुत खुश है।
- जीनत के परिवार ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पर उन्हें अगवा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे किन जीनत किसी हिंदुस्तानी की मदद करें। बता दे कि पहले तो पाकिस्तान हामिद अंसारी को गिरफ्तार करने से भी इंकार कर रहा था।
- जीनत ने फौजिया की ओर से पाक सुप्रीम कोर्ट की मानवाधिकार सेल में रिक्वेस्ट देकर हामिद की तलाश के लिए सरकार पर दबाव बनाया पाकिस्तान की सिक्युरिटी फोर्सेज को कमीशन के सामने ये कबूल करना पड़ा कि भारतीय शख्स हामिद को उन्होंने गिरफ्तार किया है।