भीमताल:नीरज जोशी: भारत हमेशा से ही कृषि प्रधान देश रहा है। आज भी गावों में 75 लोग कृषि पर ही निर्भर है। ऐसे ही उत्तराखंड में भी खेती का स्तर हमेसा शिखर पर रहा है। चाहे फिर वह रवि की असल हो या खरीफ की और फलों की घाटी से तो यहाँ के कई क्षेत्र विदेशों में भी जाने जाते हैं।
बता दे किसानों को कैसे उन्नत बनाया जा सके इसके लिये राज्य में कृषि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवाल को भीमताल में कृषक महोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल मौजूद रहे। उन्होंने महोत्सव का उदघाटन किया। इस दौरान कृषि से जुड़े सभी विभागों के प्रर्दशनी भी लगाई गई। कृषक महोत्सव के दौरान कृषि अधिकारीयों ने मेले में पहुंचे किसानों को योजानाओं की जानकारी देते हुये उनके फायदे गिनाये।
https://www.facebook.com/onlinehaldwanilive/videos/1757688917869742/
मगर पहाड़ में हो रहे इस कृषि महोत्सव के दौरान पहाड़ के किसानों ने कृषि मंत्री को सूअर और बंदरों द्वारा फसल को नष्ट होने का ज्ञापन भी देते रहे। महोत्सव में बतौर अतिथि पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय को बढ़ाने का काम कर रही हैं, जिसके लिये अलग अलग योजना बना रही है।
किसानों को कहा कि सरकारी योजनाओं से उन्नत बीजों और सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिड़ी का लाभ ले। अगर हर किसान योजनाओं का लाभ मिला तो फसल भी अच्छी होगी और आमदनी भी। उन्होंने किसानों को उनके हक के लिए हमेशा उनके साथ रहने का वादा भी किया।