हल्द्वानी: समाज कल्याण निदेशालय की ओर से विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर स्थानीय खालसा इन्टर कालेज के प्रांगण में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारम्भ प्रदेश के समाज कल्याण एवं परिवहन मंत्री यशपाल आर्य द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला द्वारा कि गयी।
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की ओर से 31 दक्ष दिव्यांग कर्मचारियों, उत्कृष्ट खिलाडियों, प्लेसमैन्ट अधिकारियों तथा स्वःरोजगार मे संलग्न दिव्यांगों को 3500 रूपये की दर से 1,08500 रूपये की धनराशि के चैक वितरित किये गये। कार्यक्रम में दिव्यांग विवाह पुरस्कार योजना के अन्तर्गत जगदीश चन्द्र जोशी तथा मोहम्मद तसलीम को 25-25 हजार की धनराशि तथा दिव्यांग कृत्रिम अंग क्रय योजना के अन्तर्गत दिनेश चन्द्र, परवेज अली तथा ममता को 3500-3500 रूपये की धनराशि के चैक भी दिये गये। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा 11 ट्राई साइकिल, 12 व्हीलचेयर, 13 कान की मशीन तथा एक-एक बैशाखी व छड़ी दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित दिव्यांगों एवं जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुये समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि आज के समय में दिव्यांग जन किसी सामान्य व्यक्ति की तुलना में कतई पीछे नही है। मेरा यह मानना है कि दिव्यांग होने के बावजूद यदि व्यक्ति के मन मे कार्य करने की प्रबल इच्छाशक्ति तथा वृद्ध निश्चय हो तो वह अपने हौसले की उड़ान से कोई भी मुकाम हासिल करने में सक्षम है। जिसके विश्व मे अनेक उदाहरण हैं। जिसमें एक उदाहरण अपने देश की श्रीमती दीपा मलिक जो दिव्यांग होने के बावजूद खेल के क्षेत्र में अदभुत प्रदर्शन के बल पर पदमश्री एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हुई, का जिन्होने रियो-पैरालंपिक में देश कि प्रति प्रथमवार रजत पदक हासिल किया।
यशपाल आर्य ने कहा कि रियो-पैरालंपिक 2016 मे देश के लिए वह एक गौरवपूर्ण क्षण था जब उन्होने देश के लिए प्रथम बार रजत पदक हासिल किया। दिव्यांग जन मन से मजबूत है तो शारीरिक कोई भी अक्षमता इनको मुकाम हासिल करने से रोक नही सकती। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला ने कहा कि दिव्यांग जन हमारे विकास की आत्मा है। आलोकिक शक्तियों से परिपूर्ण दिव्यांग जनों ने अपने हौसलों से समाज और राष्ट्र के निर्माण मे सहयोग दिया है। उन्नति के शिखर पर पहुचे दिव्यांग जन समाज के लिए प्रेरणा श्रोत है।
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