नई दिल्ली- दूसरे वनडे में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को रोमांचक मैच में 15 रन से मात दी। भारत ने मेहमान टीम को 382 रनों के लक्ष्य दिया था और अंग्रेज टीम 50 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 366 रन ही बना सकी। इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया। भारतीय टीम की शुरूआत एक बुरे सपने की तऱह हुई। महज 25 रनों पर भारत के 3 अहम बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे। केएल राहुल 5 , विराट 8 और धवन केवल 11 रन ही बना सके। टीम संकट में थी और दो पुराने यारों को इससे अच्छा मौका शायद ही मिलता।
भारतीय टीम के संकटमोचक बने धोनी और युवराज दोनो ने भारत को मजबूत स्थिति मे ला दिया। दोनो के बीच 256 रनों की साझेदारी हुई। युवराज सिंह ने 127 गेंदों में 150 रन (21 चौके, 3 छक्के) बनाकर आउट हुए। वहीं, एमएस धोनी 122 गेंदों में 134 रन (10 चौके, 6 छक्के) बनाकर आउट हुए। इतने विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड 45 ओवरों तक भारत की अपेक्षा रनों के मामले में आगे चल रहा था। भारत के जहां 45 ओवरों में चार विकेट पर 308 रन थे। वहीं इंग्लैंड ने 45 ओवरों तक 309 रन बना लिए थे। हालांकि उसके सात विकेट गिर चुके थे। 81 गेंदों में छह चौके और पांच छक्के लगा चुके मॉर्गन जब तक क्रीज पर थे, इंग्लैंड की उम्मीदें बची हुई थीं। लेकिन 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने फॉलोअप में न सिर्फ लियाम प्लंकेट का शॉट रोका, बल्कि नॉन स्ट्राइकर छोर छोड़ चुके मोर्गन को रन आउट कर इंग्लैंड की आखिरी उम्मीद भी खत्म कर दी। इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 22 रन चाहिए थे और गेंद लेकर उतरे डेथ ओवर के विश्वसनीय गेंदबाज भुवनेश्वर। भुवनेश्वर ने विश्वास को कायम रखते हुए ओवर में सिर्फ छह रन दिए और भारत को 15 रनों से मैच जीत दिया। भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए। उनके अलावा जसप्रीत बुमराह को दो और भुवनेश्वर कुमार और रवींद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला। जडेजा सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवरों में सिर्फ 45 रन दिए।