हल्द्वानी। प्रदेश में 24 घंटे बिजली का सपना हर कोई देख रहा है। मैदानी क्षेत्र में हालात ठीक है लेकिन पहाड़ी इलाके सभी भी मिट्टी तेल की बत्ती से रोशन हो रहे है। इसी विषय में राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आश्वासन दिया की 2017 तक प्रदेश में 24 घंटे बिजली मिलेगी। अगर ऐसा नही होता है तो बिजली विभाग ग्राहकों को मुआवजा देगा। वैसे मुख्यमंत्री का ये बयान काफी बड़ा है। कुमाऊं क्षेत्र में ही 100 गांव के लगभग होगे जहां बिजली का कोई नामोनिशान नही है। मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को बरेली रोड स्थित राजकीय इंटर कालेज मोतीनगर में आयोजित तीन दिवसीय तराई-भाबर महोत्सव का उद्धाटन करने पहुंचे। उन्होंने इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। वैसे बिजली का मुद्दा हर दल राजनीनिक हथियार के तौर पर उठा रहा है ।