हल्द्वानी: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने राजकोट में पहली बार ड्रॉ खेला और इंग्लैंड के हाथों हार से बच गई। विराट कोहली ने एक फिर अपनी बल्लेबाजी से टीम की रक्षा की। लेकिन विराट केवल जीत के लिए खेलते है और वो इसके लिए बड़े फैसले लेने को भी तैयार है। टीम के राजकोट के प्रदर्शन से विराट खुश नही है और इसलिए उन्होंने 18 नवंबर को विशाखापट्टम में होने वाले मुकाबले से पहले अपने सबसे बड़े बल्लेबाज की टीम में वापसी करा दी है। हम बात कर रहे है केएल राहुल की। केएल राहुल का करियर और विराट की कप्तानी का करियर एक साथ 2014 ऑस्ट्रलिया दौरे से ही शुरू हुआ है। तब से राहुल ने अपने कप्तान के भरोसे पर हर प्रकार से खरे हुए है। बल्लेबाजी, फिल्डिंग और विकेट किपिंग राहुल हर तरीके से टीम को सपोर्ट कर सकते है और शायद तभी विराट उन्हें टीम में चाहते है।
राजकोट टेस्ट में टीम की सबसे बड़ी कमजोरी रही सलामी बल्लेबाजी जो टीम को अच्छी शुरूआत देने में नाकाम रही। राहुल न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में चोटिल हो गए थे और उनकी जगह गौतम गंभीर को मौका दिया गया था। लेकिन गंभीर राजकोट टेस्ट की दोनों पारियों में विफल रहे। पहली पारी में 29 रन और दूसरी में वो शून्य पर पवेलियन लौट गए। दूसरी और केएल राहुल ने चोट उभरते हुए ने कर्नाटक की तरफ से रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी क्रिकेट मैच में राजस्थान के खिलाफ दोनो पारियों में शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने पहली पारी में 76 और दूसरी पारी में शानदार 106 रन बनाकर अपनी वापसी की मंशा साफ कर दी। इससे पहले कोच अनिल कुंबले ने साफ कर दिया था अगर राहुल को टीम में वापस आना है तो उन्हें रणजी में शानदार खेल दिखाना होगा। केएल राहुल की पारी पर नजर पूरे टीम मेनेजमेंट के साथ चयनकर्ताओं की भी थी और तभी उन्होंने राहुल को दूसरे टेस्ट के लिए टीम में जोड़ लिया है।वैसे भी केएल राहुल ने अपने करियर में मिले हर मौके को शानदार तरीके से भुनाया है।
केएल राहुल ने हर फोर्मेट में अपने आप को एक शानदार बल्लेबाज के रूप में पेश किया है। पर्दापण से अब तक टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया,श्रीलंका, वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेली है। उन्होंने न्यूजीलैंड को छोड़ सभी सीरीज में शतक जड़ा था। न्यूजीलैंड के खिलाफ वो चोटिल हो गए थे नही तो राहुल एक बार यही कारनामा कर के दिखाते। राहुल ने अभी तक 9 टेस्ट मैच में की 38 की औसत से 562 रन बनाए है। सबसे महत्वपूर्ण वो अभी तक 3 शतक और एक अर्द्धशतक बना चुके है। वही वनडे और टी-20 में भी राहुल एक-एक शतक बना चुके है। राहुल के इन आंकडों और उनकी मौजूदा फॉर्म ने उन्हें विराट का जीत का सबसे बड़ा मंत्र बना दिया है और तभी कप्तान उन्हें बीच सीरीज में टीम में ले आए है। बता दे कि चयनकर्ताओं मे पहले 2 टेय्ट मैच के लिए टीम का चयन किया था और उसमें चोट के चलते राहुल को मौका नही मिला। राहुल की वापसी के बाद कोच अनिल कुंबले ने भी पत्रकारों से कहा कि वो टीम के लिए महत्वपूर्ण है । उनकी वापसी से टीम की ताकत में हिजाफा होगा। राहुल की वापसी से गौतम गंभीर पर गाज गिर सकती है। गंभीर के राजकोट में फेल होना और राहुल की वापसी ने टीम चयन को काफी दिलचल्प बना दिया है। पहले टेस्ट में भले ही टीम हारी नही लेकिन विराट और कोच को टीम के इस खेल से खुशी नही हुई है। मौजूदा हालात और कोच अनिल कुंबले का बयान तो यही संकेत देते है कि गंभीर के स्थान पर दूसरे टेस्ट में राहुल को मौका मिल सकता है।
REPORT-HIMANSHU RANA