नई दिल्ली: सेना में तैनात जवान के लिए देश से बढ़कर शायद ही होता हो। भारतीय सेना का सदस्य बनने का सौभाग्य भी कुछ ही लोगों को मिल पाता है। पाकिस्तान की नापाक हरकत के कारण भारत के 4 जवान शहीद हो गए। उसमें से एक ऐसा कैप्टन भी था जो 10 फरवरी को अपना जन्मदिन बनाने के लिए घर जाने वाला था। विधवा मां अपने बेटे के जन्मदिन पर उसे सरप्राइज देना चाहती थी लेकिन उसे क्या पता था कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की करतूत उसका घर उजाड़ देगी। उस वीर का नाम है कैप्टन कपिल कुंडू ।
इस हादसे ने मां को सदमे में डाला जरूर है लेकिन वो अपने बेटे की कुर्बानी पर गर्व महसूस कर रही हैं। उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि कपिल मेरा एकलौता बेटा था और उसने अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर दी। अगर मेरा कोई और बेटा होता तो वो भी यही करता जो मेरे कपिल ने किया।बता दें कि रविवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ सेक्टर में बंकर उड़ाने वाले हथियारों और एंटी टैंक मिसाइल से हमला किया था, जिसमें कैप्टन कुंडू समेत चार जवान शहीद हो गए थे।
गुड़गांव के रनसिका गांव के रहने वाले कपिल अपने घर में सबसे छोटे थे। उनकी दो बड़ी बहने थी। दोनों बहनों की शादी हो गई है और 10 फरवरी को भाई के जन्मदिन की तैयारियों में लगी थी। दोनों ने प्लान बनाया था लेकिन स्टेशन से कपिल को रिसीव करेंगे। कैप्टन कुंडू सेना की 15 जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री यूनिट के कैप्टन थे। राजौरी में तैनात थे।
कैप्टन कुंडू ने पटौदी जिले के डिवाइन डेल इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की थी। 2012 में उनका एनडीए में सिलेक्शन हुआ था, जहां से वे इंडियन अार्मी के लिए चुने गए थे। परिवार वालों के मुताबिक, देशभक्ति का जज्बा उनमें बचपन से ही था। इस बात को उनके फेसबुक की टैगलाइन आपको इशारा कर देगी। कपिल ने अपने फेसबुक अकाउंट पर टैगलाइन लिखी थी, “जिंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए।”