सर्वे की माने तो भाजपा को बिहार, प. बंगाल, ओडिशा, झारखंड और पूर्वोत्तर के राज्यों में 142 में से 71 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जो 2014 के मुकाबले 16 ज्यादा है। यूपीए को तीन सीटों के नुकसान के साथ 25 सीटें मिल सकती हैं। ओडिशा, बंगाल और असम में एनडीए को फायदा हो सकता है। बिहार, झारखंड और उत्तर भारत में नुकसान बिहार और झारखंड में उसे कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है।भ्रष्टाचार के आरोपों से लालू यादव को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचेगा। वहीं, उप्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब जैसे उत्तर भारत के राज्यों में एनडीए को कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है। यहां कुल 151 सीटों में एनडीए को 116 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 15 कम है। यूपीए को 15 सीटें मिल सकती हैं जो पहले से 9 ज्यादा है।
गुजरात, मप्र में एनडीए को नुकसान हो सकता है। पश्चिम-मध्य भारत में कुल 118 सीटें हैं जहां एनडीए को 105 सीटें के आसार है।जबकि 2014 में उसे यहां 109 सीटें मिली थीं। इस क्षेत्र में यूपीए को 12 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 3 ज्यादा है। पश्चिम मध्य भारत में एनडीए का वोट शेयर बढ़ सकता है।सर्वे में इस क्षेत्र में एनडीए को 56 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है जो 2014 के मुकाबले 3 प्रतिशत ज्यादा है।दक्षिण भारत में फायदासर्वे के मुताबिक दक्षिण भारत की कुल 132 सीटों में एनडीए को 39 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले सिर्फ एक कम है। एनडीए को आंध्र प्रदेश और केरल में फायदा हो सकता है। यूपीए को 52 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 29 ज्यादा है।
न्यूज़ सोर्स- न्यूजरुमपोस्ट