हल्द्वानी: देश में 500-1000 के नोटों को बंद करने के ऐलान करने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र विपक्ष के नेताओं के निशाने पर आ गए है। गौरतलब है कि मंगलवार की रात को पीएम ने देश को दिए संबोधन में 500-1000 के नोट बंद करने का ऐलान किया था। उसके बाद से लोग अपने 500-1000 के नोट को बदलने के लिए रात से ही जुट गए और थोड़े परेशान भी दिखे। पीएम ने इस फैसले के पीछे जाली नोट और काले पैसे को बताया। उन्होंने कहा कि इससे इनमें काफी लगाम लग सकती है। राज्य के गठन के मौके पर एक कार्यक्रम में पहुंची वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश ने सरकार के इस फैसले करा खुले मंच में विरोध किया है। उन्होंने पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो विदेशों से तो काला धन ला नही पाए तो अपनी हार छुपाने के लिए देश की जनता को परेशान कर रहे है। वित्त मंत्री ने कहा कि इस फैसले से मजदुर, तबका परेशान है। उन्होंने काह कि शादी का सीजन चल रहा है उसके लिए लोगों के के पास काफी कैश मौजूद है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक बंद करना और दो दिन तक एटीएम के चलन को भी रोकने के फैसले से हर कोई परेशान-हैरान है। उन्होंने अपने आरोप का सिलसिला चालू रखते हुए कहा कि पीएम ने बड़े लोगों के पैसो ंको ठिकाने पहले ही लगा दिया है और अब वो आम आदमी को परेशान कर रहे है। राज्य स्थापना दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची इंदिरा ने इस अवसर पर सरकार की कामयाबी के पुल बाधे।
news source- danik jagran