Bageshwar: Mayank Gariya: Paris Olympic: पेरिस ओलंपिक के लिए भारतीय खिलाड़ियों ने कमर कस ली है। फैंस को उम्मीद है कि भारतीय दल एक बार फिर इतिहास रचने में कामयाब होगा। उत्तराखंड के तीन युवा पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के दल में शामिल है। खिलाड़ियों पर तो पूरी दुनिया की नजर रहती है लेकिन स्टॉफ में कई ऐसे लोग भी होते हैं जिनका योगदान कामयाब होने के बाद ही सामने आता है हालांकि वो लाइम लाइट से दूर रही रहते हैं।
उत्तराखंड बागेश्वर के मूल निवासी मयंक सिंह गढ़िया भी उस लिस्ट में शामिल हैं। मयंक को भारतीय ओलंपिक पहलवानों के साथ स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच के रूप में स्पेन और फ्रांस में प्री-ओलंपिक ट्रेनिंग कैंप और पेरिस ओलंपिक 2024 का हिस्सा बनने का अवसर मिला है। मयंक पिछले 9 महीनों से भारतीय ओलंपिक कार्यक्रम का हिस्सा रहे हैं और अब तक बेंगलुरु में एथलीटों के साथ थे।
मयंक ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट (OGQ) 🇮🇳 इंडिया द्वारा भारतीय ओलंपिक कार्यक्रम में नियुक्त हैं। अपने कुश्ती असाइनमेंट से पहले, उन्होंने भारतीय बैडमिंटन स्टार और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु के साथ काम किया। मयंक और टीम के अन्य सदस्य स्पेन पहुंच चुके हैं, जहां उन्होंने ओलंपिक की तैयारी शुरू कर दी है। ये अनुभव खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि वे आगामी खेलों के लिए तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान मयंक उनकी शारीरिक कंडीशनिंग और प्रदर्शन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
मूल रूप से मयंक बागेश्वर जिले के रहने वाले हैं। मयंक के पिता पूरन सिंह गढ़िया जूनियर कमिश्नर अधिकारी के पद से रिटायर हए हैं। माता कलावती देवी एक कुशल गृहिणी हैं। मयंक इससे पहले हल्द्वानी शहर में ही खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते थे। मयंक क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के साथ भी काम कर चुके हैं।