किच्छा: कोरोना काल जैसे कठिन समय में भी कुछ तत्वों ने केवल अपने हित के बारे में सोच कर बड़ी धांधली की। ताजा मामला है किच्छा स्थित उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे पुलभट्टा बॉर्डर का। हाल के मामले में स्वास्थ्य कर्मियों की वायरल ऑडियो की जांच में सामने आया कि बॉर्डर पर पहुंची 822 रैपिड एंटीजन किट गायब हैं। इसमें एक लैब टेक्नीशियन का नाम मुख्य तौर पर सामने आ रहा है।
दरअसल पुलभट्टा बॉर्डर लगातार चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है। जून में कोरोना की फर्जी रिपोर्ट व इस्तेमाल हो चुकी किट के दोबारा इस्तेमाल का मामला सामने आया था। जिसमें आठ लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही जांच कर रही स्टार इमेजिंग कंपनी को हटा दिया था। इस बार फिर एक नया मामला सामने आया है।
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हाल ही में एक स्वास्थ्य कर्मी का ऑडियो वायरल हुआ था। जो कि पुलभट्टा बॉर्डर पर यूपी और अन्य राज्यों के लोगों को बॉर्डर पार करवाने के एवज में था। इसका संज्ञान लेते हुए एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच समिति ने जांच की।
जांच में तीन स्वास्थ्य कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए थे। जिससे ये पता चला कि एक से 13 जुलाई के बीच पुलभट्टा बॉर्डर पर तैनात एक लैब टेक्नीशियन ने कोरोना जांच के लिए एक हजार 50 किट ली थी लेकिन इसमें सिर्फ 228 एंटीजन किट ही इस्तेमाल की गईं थी। बाकी 822 किटों का कुछ अता पता नहीं, ना ही उनका ब्यौरा मिला।
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माना जा रहा है कि ये पूरा मामला अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मिलीभगत से अंजाम तक पहुंचाया गया है। बहरहाल एंटीजन किट के संबंधित दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। सीएमओ डॉ. देवेंद्र सिंह पंचपाल ने जांच समिति की आख्या को कार्रवाई के लिए रुद्रपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रवींद्र सिंह सामंत को भेज दी है।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रविंद्र सिंह सामंत ने बताया कि सीएमओ डॉ. डीएस पंचपाल ने जांच रिपोर्ट को कार्रवाई के लिए भेजा है। जांच रिपोर्ट में ब्लड बैंक के एक टेक्नीशियन का नाम सामने आ रहा है। शीघ्र ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
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