हल्द्वानी: गणेश जोशी: क्रिकेट और राज्य के रिश्ता दिन प्रतिदिन मजबूत होता जा रहा है। राज्य को बीसीसीआई से मान्यता भी प्राप्त नहीं है लेकिन फिर भी युवा अपनी प्रतिभा से उत्तराखण्ड का नाम रोशन कर रहा है। उत्तराखण्ड के युवा दूसरे राज्य के खेलने के लिए जाते है और वहां अपने प्रदर्शन से राज्य में क्रिकेट से जुड़े युवाओं को प्रेरणा देते है। एक बार फिर क्रिकेट के मैदान से राज्य के लिए अच्छी खबर आ रही है। हल्द्वानी के रहने वाले देवेंद्र कुंवर का अंडर-23 ओडिशा की वनडे टीम में चयन हुआ है। देवेंद्र का चयन 23 जनवरी से 29 जनवरी तक चलने वाली वनडे जोनल लीग के लिए हुआ है। आपको बता दे कि देवेंद्र इससे पहले ओडिशा अंडर-23 की कप्तानी भी कर चुके है। साल 2016-2017 में हुई सीके नायडू अंडर-23 प्रतियोगिता में दाएं हाथ के इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने 518 रन बनाए । इसमें तीन शतक भी शामिल है। एक मैच में उन्होंने गोवा के खिलाफ 199 रनों की पारी खेली। देवेंद्र कुंवर का चयन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए भी हुआ था। देवेंद्र लगातार ओडिशा से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर चुके है और इसलिए वह इस टीम के नियमित खिलाड़ी बन चुके है। देवेंद्र के पिता पान सिंह कुंवर बीएसएफ में सबूदार है।वह ओडिशा तबादला होने के बाद वही चले गए। उनकी मां का नाम धानुली देवी हाउस वाइफ हैं। देवेंद्र ने हल्द्वानी में कोच दान सिंह कन्याल और दान सिंह भंडारी से क्रिकेट के गुण सीखे। दोनों कोच देवेंद्र के चयन के बाद खुश है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र एक शानदार बल्लेबाज रहा है।हमें उम्मीद है कि देंवेद्र वनडे में मिली जगह के मौके को अच्छी तरह से भुनाने में कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगर उसे इस तरह के कुछ मौके मिलते रहे तो वह राष्ट्रीय टीम में भी जगह बना लेगा।
बता दे कि मनीष पांडे, पवन नेगी, ऋषभ पंत, आर्यन जुयाल , कमलेश नगरकोटी, कुनाल चंदेला, उन्मुक्त चंद और सौरभ रावत उत्तराखण्ड के है और बिना मान्यता के बड़े मंच पर शानदार प्रदर्शन पूरे देश को दिखा चुके हैं।