नैनीताल: जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बर्ड फ्लू को लेकर भी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के केस सामने आए हैं, वहां से चिकन और अंडों की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। वहां से कोई भी व्यापारी इन दोनों चीजों की खरीदी नहीं कर सकता है। इसके अलावा जू में भी जानवरों के भोजन से नॉन वेज को भी हटा दिया गया है।
विभाग रिस्क लेने के मूड में बिल्कुल नहीं है। इसी बीच बड़ी खबर सामने आ रही है अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से… खैरना बाजार के समीप के एक चील के मृत अवस्था पाया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद पशु चिकित्सालय व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मृतक चील के शव को रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।
खबर के अनुसार गुरुवार को हाईवे के समीप खैरना चौराहे से धनियाकोट गांव को जाने वाले रास्ते पर एक चील के मृत पाया गया। सूचना पशु चिकित्सालय खैरना व वन विभाग को दी गई। देश में लगातार पक्षियों के मरने की घटनाएं सामने आ रही हैं और इसे बर्ड फ्लू के खतरे की आशंका के रूप में देखा जा रहा है। लगातार सामने आ रहे हैं मामलों ने लोगों को डरा दिया है।
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. गरिमा बिष्ट अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे में मिले मृत चील के शव को लेकर कहा कि उसे फिलहाल रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भेज दिया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि फिलहाल बर्ड फ्लू जैसा कोई खतरा नहीं है लेकिन बचाव के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कुछ दिन पहले देहरादून स्थित एसएसपी कार्यलय में भी पक्षियों के शव मिले थे और उन्हें भी जांच के लिए भेज दिया गया था। कोरोना वायरस के बीच स्वाइन फ्लू की खबरों ने लोगों को डरा दिया है। वहीं कई वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वातावरण के बदलने के वजह से भी हो सकता है और स्वाइन फ्लू को लेकर हवा बनाना गलत होगा हालांकि सुरक्षा के पूरे इंतजाम रखना आवश्यक है।