हल्द्वानी: कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन ने लोगों के मन में नकारात्मकता के बीज बोए, इस बात से गुरेज नहीं किया जा सकता। परंतु यह बात भी माननी होगी कि उस समय कई सारे लोगों ने अपने अभिनव प्रयासों से सकारात्मकता का रास्ता खोज निकाला। पौधारोपण और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए साल 2020 के उस लॉकडाउन में एक और प्रयास किया गया था। जिसे “बालकनी गार्डनिंग टिप्स” समूह नाम से शुरू किया गया।
अजीत सिंह पुत्र विनय कुमार सिंह ने साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान यह ठाना था कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को पौधों का महत्व समझाएंगे। साथ ही बागवानी और पौधों के देखभाल करने की टिप्स देंगी। जिसके लिए उन्होंने फेसबुक पर एक समूह (बालकनी गार्डनिंग टिप्स) की शुरुआत की। यह समूह अब भारत के सबसे बड़े फेसबुक समूहों में से एक है।
बालकनी गार्डनिंग टिप्स समूह के साथ फेसबुक पर दस लाख लोग जुड़े हुए हैं। अजीत बताते हैं कि जुलाई 2020 में जब सभी लोग लॉकडाउन के कारण अपने घरों में बैठे थे। लोगों का अधिक समय घरों की छतों व बालकनी में बीत रहा था। इसी से उन्हें लोगों को बालकनी या छत पर बागवानी करने हेतु जागरूक करने का आइडिया आया। इसी के साथ समूह की शुरुआत हुई। जिसके माध्यम से पौधों और बागवानी से संबंधित मुद्दों के बारे में लोगों के सवालों के जवाब दिए।
अजीत बताते हैं कि उनका प्रमुख उद्देश्य यही है कि प्रत्येक बालकनी में एक पौधा होना चाहिए। ताकि पर्यावरण को भी ख्याल रखा जा सके। उन्होंने बताया कि शुरुआती समय में वह रोजाना 5-6 घंटे समूह को देते थे। जब मेहनत बढ़ी तो धीरे धीरे समूह में सदस्यों की संख्या भी बढ़ती गई। इसी तरह एक टीम तैयार हो गई। फिलहाल वक्त मे समूह लोगों को बागवानी सिखाने के साथ साथ पौधों की देखभाल के तरीके भी बता रहा है।
अजीत का कहना है कि वह संतुष्ट हैं कि उन्हें आज से दो साल पहले ऐसा आइडिया आया और वे पौधारोपण, बागवानी के क्षेत्र में कुछ योगदान दे पाए। बता दें कि फेसबुक पर बागवानी के सबसे बड़े समूह बालकनी गार्डनिंग टिप्स ग्रुप को उनके अच्छे काम के लिए जून 2022 में विश्व पर्यावरण दिवस सप्ताह के दौरान दो बार फेसबुक के आधिकारिक पेज पर चित्रित किया गया है।