नई दिल्ली: एक पुराने शायर मंजूर हाशमी कहते हैं, यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है। हवा की ओट भी लेकर चराग़ जलता है। इंसान अगर खुद पर भरोसा कर ले तो मेहनत सफलता में तब्दील हो ही जाती है। राजस्थान के वकील लोकेंद्र सिंह शेखावत ने अपने बच्चों की हौसला अफजाई से मिले उत्साह के साथ जज परीक्षा पास कर ली है।
नवभारत टाइम्स के एक लेख के मुताबिक पेशे से वकील लोकेंद्र सिंह शेखावत पहले राजस्थान जिला जज कैडर भर्ती परीक्षा में फेल हो गए थे। अब आपने कई बार सुना होगा कि माता पिता से मिली प्रेरणा से बच्चे सफल हो जाते हैं। मगर इस बार बच्चों की प्रेरणा से एक पिता ने सफलता पाई है। दरअसल, अब लोकेंद्र सिंह ने जिला जज कैडर भर्ती परीक्षा 2020 में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने जिला जज कैडर भर्ती 2022 का इंटरव्यू 14 नंवबर को लिया था। रिज़ल्ट में जब लोकेंद्र सिंह को टॉपर घोषित किया गया तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था। हमेशा से जज बनने के सपने के साथ लोकेंद्र सिंह ने तैयारी काफी की मगर वो पहले प्रयास में असफल रहे। मगर बच्चों ने पिता का हौसला नहीं टूटने दिया।
बता दें कि लोकेंद्र सिंह को घर पर पढ़ाई करने में दिक्कत न हो इसलिए 15 साल की बेटी देवांशी और 11 साल के बेटे ध्रुव घर पर ज़्यादा हल्ला भी नहीं करते थे। बच्चों ने लोकेंद्र सिंह से यहां तक कहा कि, ‘पापा आप हमारे सुपर हीरो हो, आप फ़ेल नहीं हो सकते. अगली बार ज़ोरदार तैयारी करके परीक्षा देना।’ ऐसे में लोकेंद्र सिंह ने खूब मेहनत की और अब अपनी मेहनत और परिवार के साथ से टॉप किया है।