नैनीताल: अक्टूबर के आते ही मौसम और माहौल दोनों में कुछ तब्दीलियां आईं हैं। एक तरफ ठंडों की हल्की फुल्की झलक देखने को मिली है तो वहीं दूसरी तरफ त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। कुछ दिन पहले से ही शारदीय नवरात्र के पावन दिनों का शुभारंभ हो गया है। नवरात्र के शुभ अवसर पर कई घरों में उपवास रखे जाते हैं। कई घरों में उपवास को खोलते वक्त यह ध्यान दिया जाता है कि वे फलाहारी व्यंजनों से ही अपना व्रत खोलें। एक अच्छा फलाहार व्यंजन होने के कारण, कुट्टू का आटा नवरात्र के दिनों में काफी चलन में रहता है। इन दिनों इस आटे का भोग कई घरों में किया जाता है। लेकिन इस साल नवरात्र के शुरुआत से ही, कुट्टू का आटा आलोचनाओं के घेरे में आ पहुंचा है।
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दरअसल अभी हाल ही में रूड़की में कुट्टू के आटे से जुड़ा एक विवाद सामने आया था। हुआ यूं कि रूड़की में कुट्टू का आटा खाने के बाद बहुत बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की तबीयत खराब हो गई थी। जिसकी वजह से समूचे राज्य में इस आटे को ले कर चिंताजनक माहौल उत्पन्न हो गया था। इसके पश्चात से ही, नैनीताल जनपद में भी खाद्य सुरक्षा विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग के अधिकारियों ने अभियान शुरू किया जिसके तहत आस पास के क्षेत्र की दुकानों से कुट्टू के आटे के सैंपल लिये गए। इसके साथ ही साथ त्योहारी सीज़न की शुरुआत होने के मद्देनज़र, विभाग के अधिकारियों ने समस्त मिठाई कारोबारियों को भी सावधानी बरतने की हिदायत दी।
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खाद्य सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अश्विनी सिंह और राजेश शर्मा ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण का अभियान चलाया। अभियान के दौरान तल्लीताल और मल्लीताल की दुकानों से कुट्टू के आटे के सैंपल भरे गए। कुट्टू के आटे के निरीक्षण अभियान के साथ, खाद्य विभाग की टीम ने मल्लीताल में स्थित मिठाई की दुकानों की भी जांच पड़ताल की। जांच के दौरान कई दुकानें ऐसी भी थीं, जिनके पास मिठाई बनाने से ले कर उनके एक्सपायर होने की तारीख का कोई उल्लेख नहीं मिला। विभाग के अधिकारियों ने दुकानदारों को सख्त हिदायत दी। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि मिठाई बनाने और एक्सपायर होने की तारीख अनिवार्य रूप से एक जगह दर्ज करें। साथ ही साथ यह भी स्पष्ट किया जाए कि मिठाई तेल में बनाई जा रही हैं या घी में। जानकारी के मुताबिक फिलहाल दुकानदारों को नए नियमों के तहत सुधार करने का नोटिस दिया जा रहा है। अधिकारियों ने दुकानदारों को चेताते हुए बताया कि यदि जांच में अगली बार किसी भी प्रकार की खामियां पाई गईं तो चालानी कार्रवाई की जाएगी।
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