देहरादून: उत्तराखंड रोडवेज के कई सारे डिपो को नई ई टिकट मशीनें मिली तो प्रदेश में बवाल मच गया। बवाल इसलिए मचा क्योंकि मशीनें भारत की बजाय चाइना की थीं। ऐसे में मेक इन इंडिया की धज्जियां उड़ने के बाद परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने जांच के निर्देश दिए थे। अब हल्द्वानी डिपो में नई मशीनें खराब होने का मामला सामने आया है। चार-पांच मशीनों में डिफेक्ट निकला है। हालांकि अफसरों का कहना है कि शुरुआत में मशीन का संचालन करने में दिक्कतें आ रही हैं।
दरअसल हाल ही में रोडवेज ने 1300 मेड इन चाइना ई टिकट मशीनें 450 रुपए प्रितमाह के किराए पर ली थीं। यह मशीनें तीन साल के लिए किराए पर ली गई हैं। इन मशीनों में से 80 मशीनें हल्द्वानी डिपो को भी प्राप्त हुई हैं। लेकिन इनमें से कुछ मशीनों में खराबी आने लगी है। परिचालकों को बीच रास्ते में परेशानी हुई तो उन्होंने मशीनों को वापस कर दिया। अब माना जा रहा है कि इन्हें ठीक करने के बाद परिचालकों को सौंपा जाएगा।
गौरतलब है कि निगम का दावा था कि हाईटेक मशीनें एंड्रायड सिस्टम पर चलती हैं। लेकिन अभी से खराबी सामने आने लगी हैं। दस साल पहले मशीनें भारत से ही ली गई थीं। लेकिन अब चाइना से मशीनें मंगाई और वो भी खराब निकल रही हैं। परिचालकों का कहना है कि मोबाइल की बैटरी से ज्यादा इसे चार्ज करना पड़ रहा है। एआरएम सुरेंद्र बिष्ट ने बताया कि कुछ मशीनों में डिफेक्ट आया है। इन्हें ठीक किया जाएगा। परिचालकों को शुरुआत में थोड़ी दिक्कत हो रही है। खराब मशीनों की जगह एक्सट्रा मशीनों से काम निकाला जाएगा। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के कमल पपनै ने कहा कि कमीशनखोरी को लेकर हम आवाज उठाएंगे।