हल्द्वानी:उत्तराखंड क्रिकेट को वक्त के साथ बहुत तरक्की मिली है।यहां के होनहार क्रिकेटरों ने ना सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत बार अपनी काबिलियत का झंडा फहराया है।इन नामों में उनमुक्त चन्द,मनीष पांडे,पवन सुयाल,पवन नेगी ,रिषभ पंत ,एकता बिष्ट , आर्यन जुयाल ,अनुज रावत आदि और भी कईं बढ़े नाम शामिल हैं जिनकी मूल तामिल उत्तराखंड से रही।वहीं अगर बात करें हल्द्वानी की तो सौरव रावत,देवेन्द्र कुवंर,कार्तिक जोशी,दिक्षांशु नेगी ,मयंक मिश्रा समेत कई खिलाड़ियों ने राज्य स्तर पर अपनी बेहतरीन प्रतिभा से हल्द्वानी को गर्वान्तित किया है।इन होनहार क्रिकेटरों की सफलता का एक बड़ा श्रेय उन क्रिकेट अकेडिमियों को भी जाता है जिनका उचित मार्गदर्शन उन्हें सही दिशा की तरफ आगे बढ़ता है।हल्द्वानी में भी क्रिकेट का स्वरूप बदला है ।क्रिकेट को आधुनिक रूप में ढाला जा रहा है। हल्द्वानी की हिमालयन क्रिकेट अकेडमी की ऐसी ही एक पहल उत्तराखंड क्रिकेट के लिए एक अच्छी खबर बनकर सामने आई है।
हल्द्वानी में कमलुआगांजा स्थित हिमालयन क्रिकेट अकेडमी ने नये सीजन के साथ हल्द्वानी क्रिकेट कोचिंग को आधुनिक करने की पहल की है। हिमालयन क्रिकेट अकेडमी में क्रिकेट के प्रति समर्पित युवाओं को बेहतर और एडवांस कोचिंग की सुविधा दी जा रही हैं।नये सीजन में होने वाले बदलाव के बारे में अकेडमी के डायरेक्टर गिरीश मेलकानी बताते हैं कि अब बच्चे नये कोच की अगुवाई में खेल की बारीकियां सीखेंगे।इस सूची में पहला नाम है, 15 वर्षों तक भारतीय वायु सेना की क्रिकेट टीम में एक उत्कृष्ट खिलाड़ी के रूप में प्रतिनिधित्व कर चुके साजिद खान का । साजिद ने नेशनल क्रिकेट अकेडमी बेंगलोर से लेवल ए ट्रेनर एंड फिजियोलॉजी ,बीपीएड और स्पोर्ट्स मेनेजमेंट की डिग्री भी हासिल की है। साजिद खान ने अकेडमी के बच्चों से मुलाकात में कहा कि ‘अगर आप क्रिकेट की ऊंचाइयों तक पहुंचना चाहते हैं तो आपको हर रोज छोटे छोटे लक्ष्य तय करने होंगे और अपने खेल की बारीकी को धीरे -धीरे निखारना होगा। दूसरा नाम है ऐथेलेटिक कोच के पद पर मुकेश चंद्र शर्मा का । मुकेश ऐथेलेटिक्स के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं ।उन्हें एन. एस .आई. एस पटियाला से ऐथेलेटिक्स कोचिंग डिप्लोमा प्राप्त है।उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।इनके अनुसार आजकल फिटनेस सबसे अधिक जरूरी है। और एक खिलाड़ी के लिए यह पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
उत्तराखंड के सीनियर क्रिकेट कोच संजीव पंत भी अकेडमी में मौजूद रहे और जुलाई से जॉइन करने की बात रखी ।संजीव पंत एक बेहद अनुभवी कोच हैं । और पिछले 35 वर्षों में 3वर्ष गुजरात ,16 वर्ष लखनऊ,और 15 वर्षों से हल्द्वानी में क्रिकेट की कोचिंग दे रहे हैं । वे 1996 में राष्ट्रिय चैंपियन बनी यू.पी. अंडर महिला टीम के कोच रह चुके हैं।उन्होंने आर्यन जुयाल,स्वपनिल सिंह ,मनोज सिंह , तन्मय सिंह ,नीतू डेविड, हेमलता काला ,रीता डे,प्रियंका शैली जैसे कईं अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया है।संजीव खेल में सफल होने का मंत्र कड़ी मेहनत और एक दिशा में लगातार की गयी मेहनत को मानते हैं। उनके अनुसार एक खिलाड़ी को खेलने से पहले अपनी कमी और काबिलियत का अंदाजा होना चाहिेए।और उन कमियों के आधार पर ही अपनी मेहनत करनी चाहिए ।
हिमालयन क्रिकेट अकेडमी के डायरेक्टर गिरीश मेलकानी के अनुसार अच्छे मार्गदर्शक देने के साथ-साथ अकेडमी में भौतिक बदलाव भी किये जा रहे हैं।उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों और गांवों से आने वाले बच्चों के लिए अकेडमी में अब हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।अकेडमी में प्रैक्टिस के लिए बॉलिंग मशीन जैसे आधुनिक उपकरण भी लाये जा रहे हैं जिसकी मदद से बच्चे आसानी से प्रैक्टिस कर पायेंगें। मैदान की पिच में भी बेहतर बदलाव करते हुए टर्फ के विकेट लगाये जाएंगे। अकेडमी की काया पलट के पीछे मेलकानी जी का उद्देश्य यहां के खिलाड़ियों को बढ़े शहरों की तरह स्मार्ट कोचिंग दिला पाना ही है।भविष्य में बच्चों को बेहतर प्रक्षिशण के लिए बड़े शहरों का रूख करने के बजाए अपने राज्य में ही सही कोचिंग की सुविधा मिले इसके लिए वे जरूरतानुसार बदलाव करते रहेंगे।