हल्द्वानी: कोरोना की रोकथाम के लिए हर तरफ अलग अलग तरह से कोशिशों का सिलसिला जारी है। समाज में अगर कई लोग ऐसे हैं जो कोविड-19 को गंभीरता से नहीं ले रहे, तो ऐसे भी बहुते से लोग हैं, जो नए नए प्रयासों से कोरोना संक्रमण को कम करने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। हल्द्वानी में भी अनलॉक के बाद से बाज़ार या आसपास की सभी दुकानों में और घरों में सतर्कता बरती जा रही है। कोविड के खिलाफ लड़ाई में अब शहर के पेट्रोल पंप भी अपनी भागीदारी निभाने का मन बना चुके हैं।
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शहर हल्द्वानी के बहुत सारे पेट्रोल पंप संचालकों ने कोरोना वायरस के विरुद्ध और जन जागरुकता के लिए एक अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत अगर कोई भी व्यक्ति पेट्रोल भरवाने आता है और उसने अपने चेहरे को मास्क से नहीं ढका हुआ है, तो पेट्रोल पंप के कर्मचारी उसको पेट्रोल-डीज़ल नहीं देंगे। यह अभियान अब तक हल्द्वानी शहर और आस पास के करीब 24 पेट्रोल पंपों द्वारा अपनाया जा चुका है। साथ ही इन में से काफी पेट्रोल पंपों पर “नो मास्क, नो पेट्रोल” के बड़े बड़े फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। इसके अलावा कई और पेट्रोल पंप भी इस अभियान से जुड़ने पर विचार विमर्श कर रहे हैं।
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इससे पहले भी हमने देखा है कि शहर के पंप संचालक सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाने से कभी पीछे नहीं हटते। पंप संचालकों द्वारा पूर्व में भी कई अभियान चलाए जा चुके हैं। जिनमें से प्रमुख हैं, “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” और बोतलों में तेल ना देना। दरअसल देश में काफी सारी जगहों पर आगजनी के दौरान पेट्रोल से भरी बोतलों का खासा उपयोग देखा गया है, जिसके बाद से ही पंप स्वामियों ने बोतल में तेल देना बंद करवा दिया था। इसके अलावा हेलमेट पहनाने पर भी ज़ोर दिया गया था, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में लोगों के लिए थोड़ी अधिक सेफ्टी हो सके।
पर्वतीय पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चड्ढा का मानना है कि इस अभियान के माध्यम से जागरुकता भी फैलेगी और साथ ही पंप कर्मियों और वाहन चालकों को कोरोना से बचाया जा सकेगा।