नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही पूरे देश में आचार सहिंता लागू कर दी जाती है। चुनाव में अकसर देखा जाता है कि आचार सहिंता का अलग अलग ढंग से उल्लंघन किया जाता है। नेताओं द्वारा बिना अनुमति लिए बिना जनसभा में हिस्सा लेना भी आचार सहिंता का उल्लंघन माना जाता है। गुरुवार को झारखंड के गढ़वा जिले में पुलिस ने विख्यात अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज को हिरासत में ले लिया। भारतीय अर्थशास्त्री व सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज व दो अन्य लोगों को गढ़वा में विष्णुपुर बाजार में सार्वजनिक सभा करने के लिए हिरासत में लिया गया। प्रशासन ने बताया कि वह बिना अनुमति आयोजित एक जनसभा में हिस्सा ले रहे थे। लेकिन ज्यां को पुलिस ने कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।
बता दें कि बेल्जियम में पैदा हुए भारतीय अर्थशास्त्री व सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज को जिस सभा में मु्ख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था, उस सबा का आयोजन एक सामाजिक संगठन ने किया था। उप विभागीय अधिकारी कमलेश्वर नारायण ने बताया कि आयोजकों ने अनुमति तो मांगी थी लेकिन उन्होंने मुख्य वक्ता का नाम नहीं बताया था। जिसकी वजह से जिला प्रशासन ने इस जनसभा की अनुमति आयोजकों को नहीं दी। पुलिस ने ज्यां को करीब 2 घंटे तक हिरासत में रखा था, जिसके बाद उनको रिहा कर दिया गया। ज्यां ने आयोजन को शांतिपूर्ण और गैरराजनैतिक बताते हुए कहा, लोकतंत्र की समझ का दायरा सिकुड़ चुका है और धीरे-धीरे हर आजादी पर रोक लगाई जा रही है।