नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपना कार्यकाल समाप्त होने से 6 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल इस्तीफे के कारणों का पता नहीं चल सका है। बता दें कि आचार्य ने रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर के रूप में 23 जनवरी 2017 को ज्वाइन किया था और वह लगभग 30 महीने तक इस पद पर बने रहे।यह करीब 7 महीने के भीतर दूसरी बार है जब आरबीआई के किसी उच्च अधिकारी ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अपने पद को छोड़ दिया है। इससे पहले आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने दिसंबर में निजी कारण बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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बीते कुछ महीनों से डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास के फैसलों से अलग विचार रख रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछली दो मॉनीटरिंग पॉलिसी की बैठक में महंगाई दर और ग्रोथ रेट के मुद्दों पर विरल आचार्य के विचार अलग थे। रिपोर्ट की मानें तो हाल ही की मॉनीटरिंग पॉलिसी बैठक के दौरान राजकोषीय घाटे को लेकर भी विरल आचार्य ने गवर्नर शक्तिकांत दास के विचारों पर सहमति नहीं जताई थी।