हल्द्वानीः शहर में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे है। कोरोना की जांच के लिए एंटीजन रैपिड किट का इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन अब एंटीजन रैपिड किट से माइक्रो कंटेनमेंट जोन में जांच नहीं हो सकेगी। माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र में आरटीपीसीआर जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग के पास किट खत्म हो चुकी है। और स्वास्थ्य महानिदेशालय से अभी तक स्टॉक नहीं आया है।
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बता दें कि शहर में एक महिने पहले एंटीजन रैपिड किट से कोरोना की जांच शुरू हुई थी। बेस अस्पताल के फीवर क्लीनिक, गौलापार स्टेजिंग एरिया, हल्द्वानी स्टेडियम के अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन में इस किट से कोरोना जांच करती है। और इस किट से एक दिन में दो सौ से तीन सौ जांच होती हैं। और किट से अभी तक 7,523 की जांच हो चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हल्द्वानी में वर्तमान में 90 माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं।
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सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी का कहना है कि एंटीजन रैपिड किट से सोमवार को बेस अस्पताल के फीवर क्लीनिक में सिर्फ जांच होगी। माइक्रो कंटेनमेंट और स्टेजिंग एरिया में आरटीपीसीआर जांच होगी। वहीं मेडिकल कॉलेज में भी सिर्फ 500 किट बची हैं। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा का कहना है कि एक दिन में सौ से डेढ़ सौ कोरोना जांच किट से होती है। बता दें किस्वास्थ्य महानिदेशालय को दस हजार एंटीजन रैपिड किट का आर्डर भेजा था, लेकिन अभी तक किट नहीं मिली हैं।