हल्द्वानी: दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को काठगोदाम से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। सभी को गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में बने स्टेजिंग एरिया में भेज दिया जा रहा है। नैनीताल जिले में दाखिल होने वाले के लिए इस नियम को अनिवार्य किया है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दूसरे राज्यों के लोगों की बॉर्डर पर कोरोना जांच हो रही है। निजी लैब इसमें प्रशासन को सहयोग करेगा और इसका शुल्क भी यात्रियों को ही देना होगा। नैनीताल डीएम सविन बंसल ने अनिवार्य रूप से बॉर्डर पर कोरोना जांच के आदेश दिए हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्टिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। दूसरों राज्यों से आने वाले लोग अपने जिले में कोरोना का प्रसार नहीं करें।
डीएम का कहना है कि अगर जांच नहीं कराते हैं तो नियम के अनुसार पहले क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके बाद जांच की जाएगी। इस नियम का पालन अनिवार्य रूप से करना ही होगा। दूसरी ओर सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी का कहना है कि जांच के लिए जिले में दो निजी लैब हैं। उन्हें बता दिया गया है। वह अपनी तैयारी में जुटे हैं। जिले में दो जगह गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम व रामनगर में जांच होगी। आरटी पीसीआर जांच के लिए पहले से निर्धारित शुल्क 2400 रुपये ही लिए जाएंगे। एंटीजन जांच कराने के लिए फिलहाल 1050 शुल्क लेना होगा।
उत्तराखंड में कोरोना वायरस रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए शासन ने बॉर्डर पर कोरोना जांच की सुविधा राज्य पहुंचने वालों के लिए शुरू कर दी है। इसके अलावा पर्टयन से जुड़े करोबारियों ने भी सरकार से अपील की थी कि वह बॉर्डर पर जांच की सुविधा दे ताकि लोगों को अपनी यात्रा शुरू करने से पहले इधर-ऊधर के चक्कर ना लगाने पड़े। नियमों के कठिन होने के वजह से उत्तराखंड में सैलानी कम पहुंच रहे हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।