हल्द्वानीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत दौरा काफी सुर्खियों में रहा। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति भारत दौरे को कभी नहीं भूल सकेंगे। डोनाल्ड ट्रंप और यूएएस की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप का भारत दौरा खास इसलिए बना क्योंकि वे उत्तराखंड की संंस्क्रति से भी रूबरू हुए। यूं तो उत्तराखंड के मधूर गीतों की पूरी दुनिया दीवानी है। लेकिन पहाड़ के कुछ गाने ऐसे भी है जिसे सून विदेशी भी झूम उठते हैं।इतना ही नही ट्रंप का भारत दौरा हल्द्वानी से जुड़ता हुआ भी दिखा। और ऐसा कर दिखाया हल्द्वानी की बेटी ने…
बता दें कि बीते मंगलवार को दिल्ली के सरकारी स्कूल पहुंचीं यूएसए की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप का स्वागत उत्तराखंडी लोकगीत ‘बेड़ू पाको बारो मासा’ की धुन पर हुआ। मेलानिया हैप्पीनेस क्लास देखने दिल्ली के सर्वोदय को-एड स्कूल पहुंची थीं। वहीं, दिल्ली के हैदराबाद हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहुंचे। ट्रंप का सम्मान में सारंगी और संतूर से किया गया। और इसका नेतृत्व हल्द्वानी की गौरी बनर्जी सती ने किया।
अब आपको गौरी के बारे में बताते हैंः
हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा निवासी गौरी बनर्जी सती सीए पारितोष सती की पत्नी हैं। गौरी खुद भी पेशे से सीए हैं। वहीं गौरी एक बेहतरीन संगीतकार भी हैं। उन्होने स्व. पंडित काशी मिश्रा और मां तंद्रा बनर्जी से सारंगी की शिक्षा प्राप्त की है। इसके बाद वे स्व. उस्ताद साबरी खान की शिष्या बनीं। पिता पं. किशोर बनर्जी आकाशवाणी दिल्ली से ए ग्रेड तबला वादक हैं। गौरी ने पिता संगीत की शिक्षा प्राप्त की। दिल्ली आकाशवाणी से ए ग्रेड सारंगी वादिका गौरी देश के विभिन्न शहरों में प्रस्तुति दे चुकी हैं। आसान नहीं होता सीए की पढ़ाई और संगीत एक साथ करना,लेकिन गौरी ने हर चुनौतियों का सामना कर अपने सपनों को साकार किया। अपनी संगीत से गौरी ने कई लोगों का दिल जीता है। और अब गौरी के संगीत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी का मन मोह लिया।