लालकुआं: लालकुआं में युवती के हत्याकांड का खुलासा नैनीताल पुलिस ने कर दिया है। इस हत्याकांड ने एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार किया है। नाबालिक युवती का हत्यारा कोई और नहीं उसका चाचा था। नैनीताल पुलिस ने घटना के 48 घंटे बाद आरोपी को पकड़ा है। आरोपी ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूला है। यह घटना 14 अगस्त को सामने आई थी, जिसके बाद शहर में सनसनी फैल गई थी।
पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के लिए 3 टीमों का गठन किया था। खुलासे में सामने आया है कि आरोपी चाचा को भतीजी के चरित्र पर शक था और इसके चलते उसने नाबालिग युवती की हत्या कर दी। इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली थी। आरोपी चाचा को आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत गिरफ्तार कर भेज दिया है।
14 अगस्त को सामने आई थी घटना
बता दें कि 16 अगस्त को घोड़ानाला क्षेत्र के सामने टांडा रेंज के जंगल में एक नाबालिग का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। मृतका की पहचान आरती शर्मा (16) पुत्री स्व. सत्यराम शर्मा निवासी शाहजहांपुर के रूप में हुई थी। उसके माता-पिता का देहांत हो गया था और वो अपने चाचा काशीराम शर्मा पुत्र रामनाथ के साथ रहती थी।
मंगलवार रात लगभग दस बजे सभी खाना खाने के बाद सोने चले गये। रात 1 बजे आरती लघु शंका को गई और वापस आकर सो गयी। बुधवार सुबह नींद खुली तो आरती बिस्तर पर नहीं थी। इसके बाद उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। बाद में लोगों ने बताया आरती की लाश टांडा जंगल में पड़ी है। आरती आठ भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। आरती के चार बहनों की शादी हो चुकी है। घटना के बाद मृतका के भाई आदेश शर्मा ने चाचा काशीराम के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उसे पता चला था कि चाचा आरती के साथ मारपीट करता है। आरती को चाचा के वहां चाची के गर्भवती होने के चक्कर छोड़ा ता।
चाचा ने पुलिस सामने उगला सच
पूछताछ में आरोपी चाचा काशीराम ने पुलिस को बताया कि 13 अगस्त की देर रात उसने भतीजी को जंगल में जाते देखा। जब वो वहां पहुंचा तो आरती एक लड़के के साथ थी। लड़का तो मौके से भाग गया। लड़के के बारे में पूछा तो उसने बताने से मना कर दिया। इसके बाद उसे गुस्सा आ गया और आरती का गला चुन्नी से घोंट दिया।