हल्द्वानीः हर्ष रावत: देश की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपने हुनर का लोहा मनवा रही है। हर कोई सपना देखता है कि वो कुछ बड़ा कर सके लेकिन कुछ ही हो पाते हैं जो अपने सपनों को पूरा कर पाते हैं। सपना यूं ही पूरा नही होता उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है। और जो कड़ी परिश्रम और लगन के साथ अपने सपने की और बढ़ता है। वो ही अपने सपनों को साकार कर पाता है। आज हम आपको एक ऐसी ही बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसने अपने सपनों की उड़ान इस तरह भरी की फिर कभी उसने पीछे मुड़ कर नही देखा। हम बात कर रहे हैं पाखी सिंह की। पाखी एक मॉडल होने के साथ-साथ एक बेहतरीन क्लासिकल डांसर है।
बता दें कि पाखी सिंह बनारास की रहने वाली हैं। और 2014 में पाखी ने अपने माॉडलिंह की शुरुवात की। 2017 में पाखी ने मिस इंडिया एशिया पैसिफिक पीजेंट में भाग लिया। जो थाईलैंड में हुआ था। और इसमें पाखी ने बेस्ट बॉडी फिगर का खिताब अपने नाम किया। पाखी ने अपने परिवार और पूरे देश का नाम रोशन कर दिखाया। नवंबर में पाखी की इंगेजमेंट हल्द्वानी के डॉक्टर दीपक जोशी पुत्र पीसी जोशी के साथ हुई। जो कठघरिया निवासी है। लेकिन कोरोना वायरस के वजह से इन्होने फैसला लिया की शादी अगले साल की जाएगी। उन्हें कुमाऊंनी रिति रिवाज से प्यार है। वह कहती है कि नथ,पिछौड़ा, मांग टिका, गुलोबन्द और पौछि आकर्षित करती हैं। इसके अलावा वो आज कल पहाड़ी भाषा सिख रही हैं और रिश्तेदारों से पहाड़ी में ही बात करती हैं। भाषा में पकड़ बनाने के लिए वह पहाड़ी लोकसंगीत का भी सहारा ले रही हैं।
पाखी सिंह का कहना है कि यह एक बहुत मुश्किल घड़ी है और हम सबको धैर्य से काम लेना होगा। पाखी ने कहा कि जिन लोगों के पास खाने को नहीं होता उनकी मदद करें। और लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। जिससे हम अपने आप को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। बता दें कि पाखी के पिता फिजियोथैरेपिस्ट हैं। पाखी ने कोरोना वॉरियर्स का भी धन्यवाद किया। कहा कि डॉक्टर,पुलिस, मीडिया और जो भी कोरोना से लड़ते हुए हमारी सुरक्षा के लिए दिन रात जुटे हुए ,वे सभी महान हैं।