हल्द्वानीः क्षेत्र में तब सनसनी फैल गई जब रामपुर सिविल लाइन्स कोतवाली क्षेत्र में हत्या कर फेंकी गई युवती की पहचान रामनगर निवासी प्रियंका अधिकारी के रूप में हुई है। उसके ही एक कथित दोस्त पर पर हत्या का आरोप लगा है। रामपुर में उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है।
बता दें कि 6 फरवरी की सुबह रामपुर के सिविल लाइंस पुलिस को पनवड़िया में प्रदर्शनी स्थल के पास एक युवती का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का निरीक्षण किया। पुलिस ने शिनाख्त कराने की कोशिश की, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। युवती के सिर पर चोट थी और चेहरा खून से सना हुआ था। यह देख पुलिस को लगा कि किसी ने पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके सिर पर चोट लगने से मौत होने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। एक महिन बाद मृतक की शिनाख्त नैनीताल के रामनगर के कानिया गंगोत्री विहार 2 निवासी प्रियंका अधिकारी (24) पुत्री खुशाल अधिकारी के रूप में हुई।
परिवारवालों ने बताया कि वो दिल्ली अंबेडकर थाने के पीजी में रहकर सरोज हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट थी। 5 फरवरी की रात हॉस्टल में एक युवक आया और उसे अपने साथ ले गया। दूसरे दिन रामपुर पुलिस को युवती का शव मिला था। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। बेटी की मौत की खबर सुनने के बाद से मां कला देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। मां को अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करने का मलाल नजर आ रहा था। प्रियंका की एक बहन हेमा बी कॉम फाइनल की छात्रा है तो छोटा भाई गौरव अधिकारी 12 वीं में पढ़ रहा है।