हल्द्वानी: उत्तराखण्ड के वादियों से प्रदूषण को कम करने की राज्य सरकार की मुहिम हल्द्वानी पहुंच गई है। राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रदूषण को कम करने के लिए शुरू की जा रही इलैक्ट्रिक बस का ट्रायल हल्द्वानी से नैनीताल के लिए रविवार ( 09 दिसंबर 2018) को शुरू किया गया।
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इस मौके पर उत्तराखण्ड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य मौजूद रहे और उन्होंने हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना किया। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से नैनीताल के लिए 25 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। सरकार के इस कदम से उत्तराखण्ड में प्रदूषण को कम किया जा सकेगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इलैक्ट्रिक बस के संचालन में सरकारी धन भी बचेगा क्योंकि इलैक्ट्रिक बस के संचालन में 3 गुना कम खर्चा आएगा। इस मौके पर नैनीताल विधायक संजीव आर्य, मेयर जोगेंद्र रौतेला सहित परिवहन विभाग के कई अधिकारी भी रहे मौजूद।
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बता दें कि इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हैदराबाद की ओलेक्ट्रा ग्रीन टैक लिमिटेड ने राज्य में 500 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को 700 करोड़ रुपये का एमओयू सरकार के साथ किया है। इस करार के तहत कंपनी ही बसों को उपलब्ध कराने के साथ उन्हें संचालित करने को आधारभूत ढांचा भी बनाएगी। इन बसों का संचालन वॉल्वो बसों की भांति ही किया जाएगा। यानी इसको चलाने से लेकर किराया लेने का काम परिवहन निगम ही करेगा।
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हल्द्वानी-नैनीताल रूट से पहले देहरादून से मसूरी तक के लिए अक्टूबर में इलैक्ट्रिक बसों का ट्रायल शुरू किया गया था जो सफल रहा है। वहीं यह बसे सुरक्षा के लिहाज से काफी बेहतर है। इस बसों में सीसी टीवी एवं जीपीएस,पैनिक बटन और एयर सस्पेंशन है। उत्तराखंड में प्रदूषण रहित वाहनों के संचालन को प्रोत्साहित देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।