हल्द्वानी:शहर में इंसानियत के कार्य करने वाली कई संस्थान काम कर रही है। उन सभी के बारे में हल्द्वानी लाइव अपने पाठकों को बताता आया है। शहर का वन्देमातरम ग्रुप किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। कोरोना काल से पहले जरूरतमंदों के लिए खून का इंतजाम करने का जिम्मा संस्थान ने उठाया और आज भी वह कार्य चल रहा है। कोरोना काल में वन्देमातरम ग्रुप ने कोरोना वॉरियर्स की भाति जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का कार्य किया।
आज हम ग्रुप के एक ऐसे सदस्य के बारे में बताने जा रहे हैं जो पिछले 4 महीने से खुद की जान को जोखिम में डालकर लोगों बीमारियों से सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वीर जोशी पिछले 4 महीने से बेस अस्पताल मे सेनिटाइजर का कार्य कर रहे है। वह सुबह शाम अस्पाल में जाकर सेनेटाइजर का कार्य करते है। उनका कहना है कि वह कोरोना के समय एक बार बेस हॉस्पिटल गए थे, उन्होंने देखा कि वहाँ कोरोना से बचाव के कोई उपाय नही है। रोज के कई मरीज अस्पताल पहुँचते है। जिससे कोरोना का खतरा रहता था। अगर एक बार भी किसी कोरोना के मरीज के चलते अस्पताल सील हो जाता तो बाकी मरीजों का क्या होता जो गरीब परिवारों से हो और अपने इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों की फीस नही दे सकते। उन लोगो के बारे मे सोचकर उन्होंने सेनेटाइज करने का मन बनाया। जिसमे वन्देमातरम ग्रुप के द्वारा उनकी मदद की गई। उनकी मदद के द्वारा ही वह यहां सेनेटाइजर का कार्य कर रहे है। उन्होंने वन्देमातरम की टीम को धन्यवाद दिया कि उनसे जुड़कर उन्हें भी समाजसेवा का कार्य करने का अवसर मिला है। कोरोना वायरस का प्रकोप राज्य में जारी है और डेंगू ने भी दस्तक दे दी। शहर में पिछले साल डेंगू के चलते 25 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। महामारी के बीच डेंगू के खिलाफ लड़ाई भी वन्देमातरम ग्रुप ने छेड़ी हुई है।
वन्देमातरम ग्रुप का कार्य सरहानीय है। युवाओं के इस ग्रुप ने काफी कम वक्त में अपनी सोच से शहर के लोगों के दिल में जगह बनाई है। ग्रुप में कई ऐसे युवा भी जुड़े हैं जो स्कूल के छात्र हैं। सोचिए जिस युवा को इंसानियत का पाठ छोटी उम्र में मिलने लगे तो यह समाज के लिए कितना अच्छा होगा। संस्थापक शैलेंद्र दानू का कहना है कि सामाजिक कार्यों से जुड़ने की चाहत अधिकतर लोगों को होती है। हम बस एक माध्यम है। जो भी कार्य हमारा ग्रुप कर रहा है वो हर एक मैंबर की सोच है। टीम से जुड़े हर साथी का मैं धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने हर अभियान को सफलता तक पहुंचने के लिए अपना योगदान दिया।