नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक से बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Lavlina Borgohain) ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने सेमीफाइनल में जगह बना कर भारत के लिए एक और मेडल पक्का कर दिया है। ऐसे में कम से कम ब्रॉन्ज मेडल तो भारत के लिए पक्का हो गया है।
दरअसल विश्व चैंपियनशिप में दो और एशियाई चैंपियनशिप में एक बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन पहली बार ओलंपिक में उतरी हैं। अपने पहले ही ओलंपिक में लवलीना ने वेल्टरवेट कैटेगरी (64-69 किग्रा) के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
क्वार्टर फाइनल के मुकाबले में लवलीना ने चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को 4-1 से हराया। पहले राउंड में उन्हें बाई मिली थी, जबकि राउंड-16 के मुकाबले में उन्होंने जर्मनी की 35 साल की मुक्केबाज नेदिने एपेट्ज को 3-2 से हराया था।
बता दें इस ओलंपिक में यह भारत के लिए दूसरा मेडल पक्का हुआ है। इससे पहले महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीता है। लवलीना से पहले महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। ओलंपिक इतिहास में सिर्फ दो महिला बॉक्सर ही मेडल जीत सकी हैं। वहीं पुरुष कैटेगरी में 2008 बीजिंग ओलंपिक में विजेंदर सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।