नैनीताल: कोरोना ने आर्थिक रूप से कमजोर तबके की कमर तोड़ कर रख दी है। शासन प्रशासन की तरफ से लगातार ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं जिनसे लोगों की कुछ मदद हो सके। लेकिन मदद की आड़ में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ने की खबर वाकई खराब लगती है। यह मामला नैनीताल नगर पालिका का है। सरकारी सहायता के लिए आवेदन करने आए लोगों ने भीड़ लगा कर नियमों को ताक पर रख दिया। फौरन कार्यक्रम को रोककर डीएसए मैदान पर शिफ्ट करना पड़ गया।
दरअसल गुरुवार को प्रशासन और पालिका की तरफ से जरूरतमंदों को जानकारी दी गई थी कि सरकारी सहायता के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। इसे कराने हेतु शुक्रवार को लोगों से आने को कहा गया। अब पालिका का दफ्तर शुक्रवार को खुलता, इससे पहले ही वहां नजारा देखने लायक था। हुआ ये कि पालिका के प्रथम तल से लेकर तृतीय तल तक लोगों का हुजूम इकठ्ठा हो गया था।
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कोविड नियमों की बात तो दूसरी है बल्कि लोगों में धक्का मुक्की तक होने लगी। कर्मचारियों को गेट के बाहर ही रहना पड़ा। इसके अलावा जो कर्मचारी पटल में थे, उन्होंने भी दरवाजा बंद कर दिया। बाद में जब पालिका सभासद मनोज जोशी ने भीड़ देखी तो उन्होंने फौरन पंजीकरण प्रक्रिया को पालिका दफ्तर से हटा कर फ्लैट्स मैदान पर शिफ्ट करने को कहा।
इतने देर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पुलिस बल भी आ गया था। जिन्हें कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने भेजा था। धीरे धीरे कर के उसके बाद भीड़ पालिका से हट सकी। इसके बाद पंजीकरण की प्रक्रिया को वैक्सीनेशन सेंटर के पास फ्लैट मैदान पर पूरा किया गया। पूरी प्रक्रिया लाइन लगा कर और नियमों के तहत पूरी करवाई गई।
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