हल्द्वानी: जिले के एक गांव से गंभीर अपहरण का मामला सामने आया है। नैनीताल के पास के एक ग्रामीण इलाके में साधु की भेष में छिपे दो बदमाशों ने नाबालिग को अगवा कर लिया। जब परिजनों को बेटे के गायब होने की खबर का पता चला तो गांव और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। बहरहाल अब दोनों साधु बाबाओं को नाबालिग के साथ पकड़ लिया गया है। लड़का सकुशल है और यह मामला बेतालघाट ब्लाक के दाडिमा गांव का है।
दरअसल बेतालघाट के दाडिमा गांव के मंदिर में डेढ़ महीने पहले एक साधु बाबा आ पहुंचे थे। जिनकी स्थिति देख गांववासियों ने उन्हें मंदिर में ही रहने के लिए जगह दे दी। बाबा ने खुद अपना नाम संध्या गिरी बताया था। अब हुआ यूं कि शुक्रवार की रात को गांव से एक नाबालिग बच्चा ऐसा लापता हुआ कि किसी को खबर भी नहीं लगी। जब परेशान परिजनों ने खोजना शुरू किया तो उसके ना मिलने से समस्या बढ़ती चलगी गई।
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जिसके बाद राजस्व पुलिस के पास मामला पहुंचा। अब मामला पुलिस तक पहुंचा तो खोजबीन शुरू हुई। चप्पा चप्पा पूरा गांव छान मारा। आस पास के गांवों से संपर्क किया गया, फिर भी कोई खबर नहीं मिली। तब जाकर पास के एक गांव हल्सों गांव के मंदिर से किसी व्यक्ति को बच्चे के रोने का आवाज़ें आई। जब परिजन पुलिस के साथ वहां पहुंचे तो उनके होश उड़ गए।
वहां नाबालिग बच्चा एक कमरे में बंधक बना मिला। इसके बाद पहले तो ताला तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला गया। उसके बाद इसी गांव के मंदिर से पूछताछ हुई तो बाबा ने सब उगल दिया। उसने कहा कि दाडिमा के मंदिर के बाबा संध्या गिरी और वह मिले हुए थे। इस अपहरण को दोनों के ही द्वारा अंजाम दिया गया। फिलहाल दोनों बाबाओं को राजस्व पुलिस ने हिरासत में ले पूछताछ शुरू कर दी है।
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