नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लेह-लदाख में जोजिला टनल के उदघाटन किया और कुसल बाकुला रिनपोछे के जन्म शताब्दी उत्सव के समापन कार्यक्रम में शिरकत की पीेेएम ने कहा कि यह कि यह क्षेत्र मेरे लिए नया नहीं है। लेह की धरती पर शायद ही कभी इतना बडा कार्यकाल हुा हो। संत पुरुष कुशल बकुला रिनपोछे जी के प्रति कितनी श्रध्दा है। इसका ये उदाहरण है। कुशक बकुला रिनेपोछे जी का एक दर्शन था ौर जीवन भर उसे साकार करने के लिए जुटे रहे । मैं देश का पहली पीेम था। जिसको मंगोलिया जाने का अवसर मिला . मंगोलिया में बालक को लेकर बुजुर्ग तक को कुशक बकुला रिनपोछे जी के बारे में पता हैं। उनके दिमाग में भारत यानी कुशक बकुला रिनपोछे जी । यह जानकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई।
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पीएम ने कहा कि कशुक बकुला रिनपोछे जी ने दुश्मनो के दांत खट्टे कर दिये थे।मुझे रिनपोछे जी को श्रध्दाजलि देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । आज मुझे जम्मू-कश्मीर के तीनो भू-भाग पर जाने का अवसर मिला । केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर विकास को तेजी से आगे बढा रहें हैं। आज 25 हजार करोड रुपये के प्रोजेक्ट का शिलान्यास या लोकार्पण होगा ।यह सबूत है कि विकास के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं।जोजिला टनल अपने आप में अभूतपूर्व है.14.20 किलोमीटर लंबाई वाली इस टनल को एशिया की सबसे लंबी टनल कहा जा रहा है।इसकी लागत 6809 करोड़ रुपये है. मैंने कई सुझाव दिये हैं. अब 12 महीने कनेक्टिविटी रहेगी।यह बड़ा काम है.भारत सरकार ने 80 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया है।इसे विकास को गति मिलेगी।
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कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरीी नेा कियह सबूत है कि विकास के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं. जोजिला टनल अपने आप में अभूतपूर्व है.14.20 किलोमीटर लंबाई वाली इस टनल को एशिया की सबसे लंबी टनल कहा जा रहा है. इसकी लागत 6809 करोड़ रुपये है. मैंने कई सुझाव दिये हैं. अब 12 महीने कनेक्टिविटी रहेगी. यह बड़ा काम है.भारत सरकार ने 80 हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया है.इससे विकास को गति मिलेगी।
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टनल के काम काफी कठिनाई थी।जम्मू-कश्मीर में 50 वर्षों में रोड सेक्टर में जितना कार्य नहीं हुआ उतना 2014 के बाद हुआ है।यहां 30 हजार करोड़ रुपये के काम शुरू हो चुके हैं।पीएम ने जम्मू-कश्मीर की जनता को जो आश्वसन दिया था उसे पूरा किया है।सिर्फ जम्मू-कश्मीर नहीं पूरे देश को टनल मिला है.जोजिला एशिया की सबसे बड़ी टनल है और निर्माण कार्य को पांच साल में पूरा करने का प्रयास होगा. यह मील का पत्थर साबित होगा. इस टनल से हर मौसम में संपर्क बनेगा. यह सामरिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है. टनल में 90 फीसद स्थानीय युवाओं को काम मिलेगा. कारगिल युद्ध के समय इसकी जरूरत महसूस की गई थी. टनल की वजह से साढ़े तीन घंटे की दूरी सिर्फ 15 मिनट में तय की जा सकेगी. वहीं, जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कुशक बकुला रिनपोछे ने लद्दाख के लोगों के लिए बहुत काम किया है।शिक्षा के क्षेत्र में.जोजिला टनल से टूरिज्म के साथ-साथ मेलजोल भी बढ़ेगा.अभी हम एक-दूसरे से कटे हैं।