नई दिल्ली: हमारे देश में महिला सुरक्षा के मुद्दा अहम रहता है। महिलाओं के प्रति बढ़ती नकारात्मक घटनाएं समाज की सोच की ओर इशारा करती है। जनता द्वारा सरकार से महिला सुरक्षा के लिए कोई ठोस कानून बनाने की मांग जी जा रही है। यहां देश महिला सुरक्षा पर मंथन कर रहा है लेकिन हरियाणा से ऐसी घटना सामने आ रही है जो हमारे समाज के लिए श्राप है। जो उसे आइना दिखा रही है कि हमारी असलियत क्या है। हम विश्व के सामने कहा पर खड़े होते हैं। हरियाणा में महिला ही नहीं जानवर भी सुरक्षित नहीं हैं।
राज्य मेवात जिले में हवस की आग बुझाने के लिए 8 दरिंदो ने बकरी के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया। बकरी गर्भवती थी और घटना के बाद उसे वहीं पर दम तोड़ दिया। बकरी के मालिक ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने बकरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मामले की तस्वीर साफ हो सकेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक 25 जुलाई की रात को जुए और शराब के आदि 8 लड़के बकरी को एक सुनसान जगह पर ले गए और बकरी के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म कर डाला। इस हैवानियत को बेजुबान जानवर बर्दाश्त नहीं कर पाई और 26 जुलाई को बकरी ने दम तोड़ दिया। मालिक की मानें तो बकरी 2 माह की गर्भवती थी। मामले की भनक लगते ही ग्रामीणों ने गैंगरेप के तीन आरोपियों को पकड़ कर उनकी धुनाई कर दी। हालांकि भीड़ ने बाद में तीनों को पुलिस के हवाले करने के बजाय छोड़ भी दिया। बकरी मालिक ने नगीना थाना में 8 लोगों के खिलाफ अप्राकृतिक सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
नगीना पुलिस स्टेशन के सब-इन्स्पेक्टर राजबीर सिंह ने कहा, ‘असलू नामक व्यक्ति ने 26 जुलाई को थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बकरी के साथ 25 जुलाई की रात को सवकर, हारून, जाफर और पांच अन्य लोगों ने बलात्कार किया। बाकी पांच लोगों की पहचान की जानी बाकी है।’