नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में सफल हुए युवाओं की कहानी हम आपके बीच लेकर आते हैं। हर कहानी में एक संघर्ष छुपा होता है। इस तरह की कहानी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए टॉनिक का काम करती है। आज हम आपकों अविनाश कुमार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने पूरे देश में 17वां स्थान हासिल किया।
अविनाश कुमार मूल रूप से बिहार राज्य के अररिया जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने 17वी रैंक हासिल की। उनका मूल गांव फारबिसगंज प्रखंड के बधुआ गांव में है। अविनाश के पिता अजय कुमार सिंह शिक्षक थे। रिटायर्ड होने के बाद गांव में खेती बाड़ी करते हैं। अविनाश की मां प्रतिमा देवी गृहिणि हैं।
अविनाश ने 25 वर्ष की उम्र में UPSC परीक्षा पास की है। उनका ये तीसरा प्रयास था। अविनाश कुमार ने 10वीं तक की पढ़ाई गांव से ही की। इसके बाद उन्होंने 12वीं की पढ़ाई झारखंड के बोकारो के चिन्मय विद्यालय से की। 12वीं में 93.2 फीसदी अंक मिले थे। 12वीं करने के बाद वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने पश्चिम बंगाल कोलकाता के स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय चले गया। वहीं, इंजीनियरिंग करने के बाद वह UPSC की तैयारी में जुट गए थे और अब उन्हें कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि दो बार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे और यह तीसरा अटेम्प्ट था। उन्होंने कहा कि यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को विषयवार सिलसिले ढंग से गंभीरतापूर्वक पढ़ने और सेल्फ स्टडी करनी चाहिए क्योंकि बिना सेल्फ स्टडी के इस परीक्षा को क्लियर नहीं किया जा सकता है।