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जनरल बिपिन रावत बने CDS, उत्तराखण्ड में उनके इस गांव में मनाया जा रहा है जश्न


नई दिल्ली: बिपिन रावत आज ही सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए हैं। वह देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनने वाले हैं, उनके नाम का ऐलान हो चुका है, नए साल पर वो सीडीएस का पद संभालेंगे। जनरल रावत पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लाक के सैंण गांव के मूल निवासी हैं। उनके चाचा भरत सिंह ने बताया कि एक जनवरी को गांव में जश्न मनाया जाएगा।  द्वारीखाल ब्लाक में उनके गांव के आसपास के क्षेत्र में भी खुशी का माहौल देखने को मिला। जनरल रावत के वयोवृद्ध चाचा भरत सिंह ने बताया कि परिजनों में ही नहीं समूचे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बताया कि अप्रैल 2018 में वह परिवार के साथ गांव आए थे। तब उन्होंने गांव में ही रहने बसने का इरादा जताया। कहा कि जनरल बिपिन रावत के सीडीएस बनने से पूरा उत्तराखंड गौरवान्वित महसूस कर रहा है। 

रिटायर होने के बाद बिपिन रावत ने मनोज नरवणे को बधाई दी और कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह सेना को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उनकी जगह अब जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने सेना प्रमुख का पद संभाल लिया है। मंगलवार को बिपिन रावत की मौजूदगी में ही उन्होंने पदभार को ग्रहण किया। लेफ्टिनेंट जरनल नरवणे अभी तक सेना के उप प्रमुख का पद संभाल रहे थे। जनरल मनोज नरवणे देश के 28वें सेना प्रमुख हैं। मनोज मुकुंद नरवणे अभी तक आर्मी के उप प्रमुख थे। आर्मी चीफ बनते ही वे दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में शामिल 13 लाख थल सैनिकों के मुखिया बन गए हैं।आर्मी के वाइस चीफ बनने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे इस्टर्न कमांड के प्रमुख थे। इस्टर्न कमांड भारत-चीन की 4000 किलोमीटर लंबी सीमा की देखभाल करती है।

एम एम नरवणे के पास सेना में काम करने का लंबा अनुभव है। वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर चुके हैं, डिफेंस कॉरिडोर में एमएम नरवणे को चीन के मामलों का भी एक्सपर्ट माना जाता है।

लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे का कमीशन जून 1980 में 7वीं सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में हुआ था।नरवणे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर कहर बनकर टूटने वाले राष्ट्रीय राइफल्स की एक बटालियन की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वे पूर्वोत्तर में एक इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर असम राइफल्स के इंस्पेक्टर जनरल भी रहे हैं। इसके अलावा अंबाला स्थित खड़ग स्ट्राइक कॉर्प्स में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  जनरल बिपिन रावत को देश का पहला चीफ  ऑफ  डिफेंस (सीडीएस) नियुक्त किए जाने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनरल रावत को सीडीएस का दायित्व सौंपा जाना उत्तराखंड का भी सम्मान है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सैन्य परंपरा पर गर्व है। जनरल रावत के सीडीएस बनने से हमारी यह गौरवमय परंपरा भी सम्मानित हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा की दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रहित से जुड़े इस अति महत्वपूर्ण पद की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सीडीएस से तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा और देश की सुरक्षा व्यवस्था भी और अधिक मजबूत होगी।

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